

मैनपुरी के कचहरी रोड स्थित चार ऑटो पार्ट्स की दुकानों पर महिंद्रा कंपनी की पैकिंग में डुप्लीकेट पार्ट्स बिकने का भंडाफोड़ हुआ है। मुंबई से आई कंपनी की मार्केटिंग टीम की शिकायत पर पुलिस ने छापेमारी कर भारी मात्रा में नकली ऑटो पार्ट्स जब्त किए, एफआईआर दर्ज कर तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया, लेकिन देर रात पुलिस ने सभी आरोपियों को छोड़ दिया।
ऑटो पार्ट्स की दुकान
Mainpuri: अगर आपके पास चार पहिया वाहन है, तो अब आपको बेहद सतर्क रहने की जरूरत है। मैनपुरी में महिंद्रा कंपनी की पैकिंग में नकली ऑटो पार्ट्स बेचने का मामला सामने आया है, जिससे न सिर्फ आपकी गाड़ी की सेफ्टी खतरे में पड़ सकती है, बल्कि बड़ा वित्तीय नुकसान भी हो सकता है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, यह पूरा मामला मैनपुरी कोतवाली क्षेत्र के कचहरी रोड का है, जहां चार दुकानों, हिंदुस्तान ऑटोमोबाइल्स, भारत ऑटोमोबाइल्स, श्री बालाजी ऑटो पार्ट्स और चौधरी ऑटोमोबाइल्स पर महिंद्रा कंपनी के नकली स्पेयर पार्ट्स की बिक्री की शिकायत मिली थी।
कंपनी की टीम ने की पुष्टि
महिंद्रा कंपनी की मार्केटिंग टीम के अधिकारी अजय कुमार को एक महीने पहले कंपनी की तरफ से ईमेल के माध्यम से शिकायत मिली थी कि मैनपुरी के ये विक्रेता डुप्लीकेट ऑटो पार्ट्स को महिंद्रा की ब्रांडिंग में बेच रहे हैं। अजय कुमार ने सबसे पहले इन दुकानों से कुछ पार्ट्स खरीद कर उन्हें जांच के लिए भेजा। जब रिपोर्ट में यह पुष्टि हुई कि सारे स्पेयर पार्ट्स नकली हैं, तब उन्होंने मैनपुरी पुलिस अधीक्षक से औपचारिक शिकायत की।
पुलिस और कंपनी की संयुक्त कार्रवाई
शिकायत मिलने के बाद अजय कुमार पुलिस बल के साथ इन दुकानों पर पहुंचे, जहां भारी मात्रा में नकली ऑटो पार्ट्स बरामद किए गए। जांच के दौरान कई दुकानदारों ने विरोध भी किया, जिसके चलते सीओ सिटी को भी मौके पर आना पड़ा। पुलिस ने सभी नकली उत्पादों को जब्त कर कोतवाली में लाकर चार लोगों के खिलाफ कॉपीराइट एक्ट की धारा 63 और 65 के तहत एफआईआर दर्ज की। तीन लोगों को गिरफ्तार भी कर लिया गया।
रातों-रात आरोपियों की रिहाई
हालांकि, रात होते-होते पुलिस ने गिरफ्तार तीनों आरोपियों को रिहा कर दिया, जिससे स्थानीय लोगों और जागरूक उपभोक्ताओं में नाराजगी देखी जा रही है। मामले की गंभीरता को देखते हुए उम्मीद थी कि पुलिस कठोर कदम उठाएगी, लेकिन रात में बिना स्पष्ट कारण बताए आरोपियों को छोड़ देना कई सवाल खड़े कर रहा है।
कोतवाली पुलिस का तर्क है कि मामला जांच के अधीन है और आवश्यक दस्तावेजों व प्रमाणों के आधार पर ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल आरोपी ज़मानत पर छोड़े गए हैं, लेकिन एफआईआर में दर्ज धाराएं गंभीर हैं।