

जिले में एक बड़ी घटना हुई है। जिसमें पूरा परिवार बर्बाद हो गया। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज की यह रिपोर्ट
मेरठ में कपड़े के कारखाने में लगी भीषण आग
मेरठ: उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले के लोहिया नगर थाना क्षेत्र स्थित आशियाना कॉलोनी में शुक्रवार को एक कपड़े के कारखाने में शॉर्ट सर्किट से भीषण आग लग गई। आग इतनी तेजी से फैली कि देखते ही देखते पूरे कारखाने को अपनी चपेट में ले लिया और लाखों रुपये का माल जलकर राख हो गया। गनीमत रही कि स्थानीय लोगों की सतर्कता और साहस से समय रहते घर में फंसे परिवार के सदस्यों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया, जिससे एक बड़ी जनहानि टल गई।
डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के मुताबिक, आग लगते ही इलाके में अफरा-तफरी मच गई। घर के अंदर से चीख-पुकार की आवाजें सुनकर पड़ोसियों ने बिना देर किए मकान में घुसकर परिवार के सभी सदस्यों को बाहर निकाला। आग की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और फायर ब्रिगेड को सूचित किया गया। बताया जा रहा है कि आग पर काबू पाने में फायर ब्रिगेड की पांच गाड़ियों को कई घंटे की कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।
तीन मंजिला मकान में चल रहा था कारखाना
आशियाना कॉलोनी निवासी बिलाल फरमान पुत्र आस मोहम्मद का परिवार इस तीन मंजिला मकान में रहता है। बिलाल और फरमान मकान की दूसरी और तीसरी मंजिल पर परिवार सहित निवास करते हैं, जबकि ग्राउंड फ्लोर पर कपड़े का कारखाना चलाया जा रहा था। शुक्रवार की दोपहर अचानक हुए शॉर्ट सर्किट से आग भड़क गई, जो कुछ ही पलों में विकराल रूप ले बैठी।
20–30 लाख रुपये के नुकसान का अनुमान
कारखाने के मालिक बिलाल का कहना है कि आग में उनकी कड़ी मेहनत और लाखों की पूंजी खाक हो गई। कम से कम 20 से 30 लाख रुपये का माल जलकर राख हो गया है।
स्थानीय लोगों की बहादुरी ने बचाई जानें
इस घटना में जहां आर्थिक नुकसान बहुत बड़ा है, वहीं स्थानीय लोगों की सजगता और साहस ने एक बड़ी त्रासदी को टाल दिया। अगर समय रहते लोग न पहुंचे होते, तो परिवार के सदस्य आग में फंस सकते थे। आसपास के लोगों ने न सिर्फ आग बुझाने में मदद की, बल्कि दमकल विभाग के आने से पहले तक स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश भी करते रहे।
फायर ब्रिगेड की भूमिका और लापरवाही पर सवाल
घटना के कई घंटे बाद दमकल विभाग की पांच गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। हालांकि आग पर आखिरकार काबू पा लिया गया, लेकिन शुरुआती देरी पर स्थानीय लोग और प्रत्यक्षदर्शी सवाल उठा रहे हैं। क्षेत्रवासियों का कहना है कि यदि फायर ब्रिगेड समय पर पहुंचती तो शायद नुकसान कम हो सकता था।
पुलिस जांच में जुटी
फिलहाल पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण कर मामले की जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में शॉर्ट सर्किट को आग लगने का कारण बताया जा रहा है। पुलिस और फायर विभाग अब पूरे घटनाक्रम की विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं।