

पंखा खराब हो गया है और उसे ठीक करवाना है। जब दुकानदार ने पंखे को देखा तो उस पर ‘Made in Pakistan’ लिखा पाया। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की यह रिपोर्ट
मथुरा में मिला "Made in Pakistan" लिखा पंखा
मथुरा: भारत और पाकिस्तान के बीच मौजूदा तनावपूर्ण हालात के बीच मथुरा से एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है। गोवर्धन थाना क्षेत्र की राधा कुंड चौकी के पास परिक्रमा मार्ग में पाकिस्तान निर्मित एक पंखा मिलने से सनसनी फैल गई है। यह पंखा एक महिला द्वारा साधु के वेश में लाकर स्थानीय दुकानदार को मरम्मत के लिए दिया गया था। जिस पर "Made in Pakistan" लिखा देख दुकानदार और क्षेत्र के लोग चौंक गए।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, घटना तब सामने आई। जब एक महिला साधु के वेश में एक पुराना पंखा लेकर क्षेत्र के एक दुकानदार के पास पहुंची। महिला ने बताया कि पंखा खराब हो गया है और उसे ठीक करवाना है। जब दुकानदार ने पंखे को देखा तो उस पर 'Made in Pakistan' लिखा पाया। जिससे उसकी चिंता बढ़ गई। उसने तुरंत पंखे की फोटो खींचकर सोशल मीडिया पर साझा कर दी, जो तेजी से वायरल हो गई।
पुलिस हरकत में आ गई
फोटो के वायरल होते ही स्थानीय प्रशासन और पुलिस हरकत में आ गई। दुकानदार ने पुलिस को बताया कि पंखा उसी महिला द्वारा दिया गया था। जो साध्वी के रूप में आई थी, लेकिन उसकी पहचान या ठिकाने के बारे में कोई जानकारी नहीं है।
पुलिस जांच में जुटी
मथुरा पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लिया है। एसपी (देहात) सुरेश चंद्र रावत ने जानकारी दी कि पंखा काफी पुराना हो सकता है। लेकिन उसकी उत्पत्ति और इस क्षेत्र में कैसे पहुंचा, इसकी जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि यदि जांच में कोई संदिग्ध गतिविधि या गंभीर तथ्य सामने आता है तो कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल पुलिस उस महिला की तलाश कर रही है, जिसने यह पंखा मरम्मत के लिए दिया था। कई दुकानदारों और स्थानीय लोगों से पूछताछ की जा रही है। सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। जिससे महिला की पहचान की जा सके।
बांग्लादेशी नागरिकों की संदिग्ध गतिविधियों को लेकर भी चिंता
इस घटना ने स्थानीय लोगों की सुरक्षा चिंताओं को और गहरा कर दिया है। लोगों का कहना है कि परिक्रमा मार्ग और राधा कुंड क्षेत्र में बड़ी संख्या में बांग्लादेशी नागरिक अवैध रूप से रह रहे हैं, जिनकी गतिविधियां संदिग्ध हैं। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि उन्होंने कई बार पुलिस को सूचना दी है, लेकिन अब तक कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं की गई है।