

खुर्जा क्षेत्र के डाबर गांव में नकली दूध बनाने की फैक्ट्री पर खाद्य विभाग ने छापा मारकर 20 कुंतल मिलावटी दूध बरामद किया। मौके से पनीर और हानिकारक केमिकल भी जब्त किए गए। फैक्ट्री संचालक फरार है। सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं।
बुलंदशहर में नकली दूध बनाने वाली फैक्ट्री पर छापा
Bulandshahr: उत्तर प्रदेश के जनपद बुलंदशहर के खुर्जा तहसील क्षेत्र के गांव डाबर में बुधवार को खाद्य विभाग की टीम ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए नकली दूध बनाने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया। छापेमारी के दौरान टीम को मौके पर भारी मात्रा में केमिकल और अन्य हानिकारक पदार्थों से तैयार किया जा रहा नकली दूध और उससे बने उत्पाद मिले, जिसे तुरंत नष्ट करा दिया गया।
खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि उन्हें मुखबिर से सूचना मिली थी कि गांव डाबर में एक घर में अवैध रूप से दूध तैयार किया जा रहा है, जो पूरी तरह से मिलावटी और स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए विभाग की टीम गांव पहुंची और फैक्ट्री पर छापा मारा। मौके पर टीम को भारी मात्रा में नकली दूध, पनीर और केमिकल्स मिले।
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20 कुंतल नकली दूध और केमिकल जब्त
टीम ने छापे के दौरान करीब 20 कुंतल नकली दूध बरामद किया, जिसे केमिकल, डिटर्जेंट, रिफाइंड ऑयल और यूरिया जैसी चीजों से तैयार किया जा रहा था। इसके अलावा मौके से भारी मात्रा में पनीर और नकली दूध बनाने में इस्तेमाल होने वाले रसायनों को भी जब्त किया गया।
खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि मौके पर मौजूद सभी नकली उत्पादों को नष्ट कर दिया गया और तीन अलग-अलग सैंपल जांच के लिए प्रयोगशाला भेज दिए गए हैं। रिपोर्ट आने के बाद संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
फैक्ट्री संचालक फरार, पुलिस कर रही तलाश
छापे की भनक लगते ही फैक्ट्री संचालक मौके से फरार हो गया। फिलहाल उसकी तलाश की जा रही है। स्थानीय पुलिस को भी इस मामले की सूचना दे दी गई है। प्राथमिक जांच में सामने आया है कि यह मिलावट लंबे समय से की जा रही थी और यह दूध आसपास के ग्रामीण इलाकों में सप्लाई किया जा रहा था।
क्षेत्र में मचा हड़कंप, स्थानीय लोगों ने की सराहना
खाद्य विभाग की इस ताबड़तोड़ कार्रवाई से पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया है। मिलावटखोरी से परेशान ग्रामीणों ने टीम की तत्परता की सराहना की है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस प्रकार की कार्रवाइयां नियमित रूप से होनी चाहिए ताकि स्वास्थ्य से खिलवाड़ करने वालों को सबक मिल सके।
स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा
विशेषज्ञों के अनुसार, नकली दूध में इस्तेमाल होने वाले रसायन जैसे कि डिटर्जेंट, यूरिया, बोरिक एसिड और रिफाइंड ऑयल आदि शरीर के लिए बेहद घातक हैं। इससे लिवर, किडनी और हार्ट पर गंभीर असर पड़ सकता है। बच्चों और बुजुर्गों के लिए यह दूध विशेष रूप से खतरनाक हो सकता है।
जिम्मेदार अधिकारियों का बयान
खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने कहा, “हम जनता से अपील करते हैं कि अगर किसी को कहीं मिलावटी खाद्य पदार्थ की सूचना मिलती है तो तुरंत विभाग को सूचित करें। हमारी टीमें हर समय सजग हैं और ऐसे अपराधों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।”