गोरखपुर में 1.5 करोड़ की ठगी का पर्दाफाश, अभियुक्त ऐसे हुआ गिरफ्तार

जनपद में फर्जी दस्तावेजों के सहारे करोड़ों की ठगी करने वाले एक शातिर अभियुक्त को रामगढ़ताल पुलिस ने गिरफ्तार  किया है। फूडकोर्ट खोलने के नाम पर नामी-गिरामी ब्रांडों का झांसा देकर करीब 1.5 करोड़ रुपये गबन करने वाले अभियुक्त की गिरफ्तारी कर पुलिस ने ठगी का खुलासा किया है

Gorakhpur:  जनपद में फर्जी दस्तावेजों के सहारे करोड़ों की ठगी करने वाले एक शातिर अभियुक्त को रामगढ़ताल पुलिस ने गिरफ्तार  किया है। फूडकोर्ट खोलने के नाम पर नामी-गिरामी ब्रांडों का झांसा देकर करीब 1.5 करोड़ रुपये गबन करने वाले अभियुक्त की गिरफ्तारी कर पुलिस ने ठगी का खुलासा किया है। यह कार्रवाई वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गोरखपुर के निर्देशन में अपराधियों के विरुद्ध चलाए जा रहे विशेष अभियान के अंतर्गत की गई।

पुलिस अधीक्षक नगर के मार्गदर्शन तथा क्षेत्राधिकारी कैण्ट के पर्यवेक्षण में थानाध्यक्ष रामगढ़ताल के नेतृत्व में उपनिरीक्षक राम सिंह मय पुलिस टीम ने थाना रामगढ़ताल पर पंजीकृत मु0अ0सं0 0846/2025 से संबंधित अभियुक्त विभांशु वैभव मिश्रा को गिरफ्तार किया। अभियुक्त पर कूटरचित व फर्जी दस्तावेज तैयार कर धोखाधड़ी करने का गंभीर आरोप है।

ऐसे देते थे ठगी की वारदात को अंजाम

पुलिस के अनुसार वादी ने अपनी तहरीर में बताया कि अभियुक्त ने विभिन्न प्रतिष्ठित फूड ब्रांड्स से जुड़े होने का दावा किया। उसने फर्जी एग्रीमेंट, कूटरचित कागजात और आकर्षक योजनाएं दिखाकर फूडकोर्ट खोलने का झांसा दिया। विश्वास में लेकर अभियुक्त ने अलग-अलग किश्तों में वादी से कुल करीब 1.5 करोड़ रुपये प्राप्त कर लिए। जब लंबे समय तक न तो फूडकोर्ट शुरू हुआ और न ही कोई वैध कार्यवाही सामने आई, तब वादी को ठगी का एहसास हुआ।

तहरीर मिलने के बाद थाना रामगढ़ताल पुलिस ने तत्परता से मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की। विवेचना के दौरान तकनीकी साक्ष्य और दस्तावेजी प्रमाण एकत्र किए गए, जिसके आधार पर अभियुक्त की संलिप्तता स्पष्ट हुई और उसे गिरफ्तार कर लिया गया।

अभियुक्त की पहचान

गिरफ्तार अभियुक्त विभांशु वैभव मिश्रा पुत्र बलराम मिश्रा मूल रूप से सुमन सदन, परशूडीह, थाना परशूडीह, टाटानगर, झारखंड का निवासी है। वर्तमान में वह 11 एवन्यू, गौर सिटी-2, ई-839, सेक्टर-16, नोएडा एक्सटेंशन, थाना विशरख, जनपद गौतम बुद्ध नगर में रह रहा था

पुलिस का कहना है कि अभियुक्त से पूछताछ की जा रही है और यह भी जांच हो रही है कि इस ठगी के पीछे कोई संगठित गिरोह या अन्य सहयोगी तो शामिल नहीं हैं। गिरफ्तारी टीम में उपनिरीक्षक राम सिंह एवं कांस्टेबल अतुल रजक शामिल रहे। पुलिस ने स्पष्ट किया है कि अग्रिम विधिक कार्रवाई जारी है और ठगी से जुड़े सभी पहलुओं का गहन खुलासा किया जाएगा।

Location : 
  • Gorakhpur

Published : 
  • 24 December 2025, 8:37 PM IST