

मुजफ्फरनगर के बुढ़ाना क्षेत्र के 43 युवाओं का एक कांवड़िया ग्रुप 511 फीट लंबी तिरंगा कांवड़ लेकर हरिद्वार से निकल पड़ा है। 62 लोहे के खंभों पर बंधी यह भव्य तिरंगा कांवड़ जहां से भी गुजर रही है, वहां लोग सम्मान में खड़े होकर सैल्यूट कर रहे हैं। यह यात्रा देशभक्ति और आस्था का अनोखा संगम बन चुकी है।
511 फीट लंबी तिरंगा कांवड़
Muzaffarnagar News: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले के बुढ़ाना कस्बे से जुड़े 43 नौजवानों का एक ग्रुप हरिद्वार से एक बेहद खास कांवड़ यात्रा पर निकला है। ये कोई आम कांवड़ नहीं, बल्कि एक 511 फीट लंबी तिरंगा कांवड़ है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के अनुसार, जिसे देशभक्ति के जज्बे के साथ हरिद्वार से बागपत के पुरा महादेव मंदिर तक ले जाया जा रहा है।
देशभक्ति और आस्था का अद्भुत मेल
इस विशाल तिरंगा कांवड़ को 62 लोहे के पोलों पर लगाया गया है, जिसे समूह के सदस्य कंधों पर लेकर आगे बढ़ रहे हैं। रास्ते में जहां-जहां से यह कांवड़ गुजरती है। वहां स्थानीय लोग खड़े होकर ‘भारत माता की जय’ और ‘हर हर महादेव’ के नारों के साथ इसका स्वागत करते हैं। लोग इस भव्य तिरंगे को देखकर सैल्यूट कर रहे हैं।
उरी शहीदों के नाम हर साल बढ़ाते हैं लंबाई
इस अनोखी कांवड़ यात्रा की शुरुआत के पीछे एक गहरी भावना है। साल 2016 में जम्मू-कश्मीर के उरी सेक्टर में हुए आतंकी हमले में 18 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे। इस हमले ने बुढ़ाना के युवाओं को झकझोर दिया था। उसी समय से उन्होंने यह संकल्प लिया कि वे हर साल कांवड़ यात्रा को देशभक्ति के रंग में रंगेंगे। यह उनकी तीसरी तिरंगा कांवड़ यात्रा है, जो अब एक परंपरा बन चुकी है। इन युवाओं का कहना है कि वे न सिर्फ भगवान शिव का जलाभिषेक करते हैं, बल्कि हर कदम पर देश के शहीदों को भी नमन करते हैं।
23 जुलाई को होगा जलाभिषेक
यह तिरंगा कांवड़ यात्रा 23 जुलाई को अपने अंतिम पड़ाव पर पहुंचेगी। इस दिन ये सभी कांवड़िये बागपत जिले के पुरा महादेव मंदिर में जाकर भगवान शिव का जलाभिषेक करेंगे। यात्रा के दौरान सुरक्षा और स्वास्थ्य की पूरी व्यवस्था की गई है।
लोगों के लिए बनी प्रेरणा का स्रोत
इस अनोखी तिरंगा कांवड़ यात्रा को देखने के लिए रास्ते में लोगों की भीड़ उमड़ रही है। बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक तिरंगे को देखकर गर्व महसूस कर रहे हैं। यह यात्रा न केवल धार्मिक भावना का प्रतीक है, बल्कि देश के प्रति प्रेम और एकता का भी संदेश देती है। लोग इस भव्य तिरंगे को देखकर सैल्यूट कर रहे हैं।