एनसीआर के नामी बिल्डर “अंसल” के खिलाफ 48 घंटे में 10 एफआईआर, अब तक 224 मुकदमे दर्ज, जानिए पूरा मामला

अंसल कंपनी पर पहले से ही कई थानों में दर्जनों मुकदमे दर्ज हैं। ठगी के इन नए मामलों ने न सिर्फ पीड़ितों की उम्मीदों को तोड़ा है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

Post Published By: Mayank Tawer
Updated : 28 June 2025, 8:15 PM IST
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गौतमबुद्ध नगर: रियल एस्टेट क्षेत्र की जानी-मानी अंसल एपीआई कंपनी एक बार फिर ठगी के गंभीर आरोपों में घिरती नजर आ रही है। सुशांत गोल्फ सिटी थाने में बीते बृहस्पतिवार और शुक्रवार को कंपनी के खिलाफ ठगी की 10 एफआईआर दर्ज कराई गई हैं। इन मामलों में पीड़ितों ने फ्लैट, विला और प्लॉट दिलाने के नाम पर कुल 1.72 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का आरोप लगाया है। इसके साथ ही अंसल कंपनी पर शहर भर के अलग-अलग थानों में दर्ज मुकदमों की संख्या बढ़कर 224 पहुंच गई है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, रेलवे ऑफिसर्स कॉलोनी सुशांत गोल्फ सिटी की रहने वाली तनुजा कृष्ण दुबे ने बताया कि उनके पिता मदन मोहन चंद्रा ने वर्ष 2011 में अंसल कंपनी से एक प्लॉट बुक कराया था, जिसकी कीमत 33.60 लाख रुपये थी। वर्ष 2015 तक उन्होंने पूरी रकम किश्तों में अदा कर दी थी, लेकिन प्लॉट की रजिस्ट्री नहीं कराई गई। वर्ष 2022 में पिता के निधन के बाद जब तनुजा ने बतौर वारिस रजिस्ट्री की मांग की तो कंपनी के अधिकारियों ने उन्हें धमकी दी।

इन लोगों ने दी अभी शिकायत

गुरुग्राम निवासी डॉ. शचि त्रिपाठी ने 25.32 लाख रुपये देकर प्लॉट लिया, लेकिन रजिस्ट्री नहीं हुई। गोमती नगर विशाल खंड निवासी अमियकेत सिंह से प्लॉट दिलाने के नाम पर 10.47 लाख रुपये की ठगी की गई। इसके अलावा पीजीआई साउथ सिटी निवासी रजनीश गौड़ से दो विला के नाम पर 31.30 लाख रुपये, अलीगंज बड़ा चांदगंज के आशीष अग्निहोत्री से फ्लैट के नाम पर 8 लाख रुपये, आशियाना सेक्टर निवासी चेतराम से प्लॉट के लिए 10.22 लाख, अलीगंज निवासी शैलेश अग्निहोत्री से 2012 में दो फ्लैट के नाम पर 8 लाख, अर्जुनगंज निवासी पारस नाथ से 2010 में फ्लैट के नाम पर 5.38 लाख, आलमबाग, भिलावां साकेतपुरी निवासी अमित कुमार से फ्लैट के नाम पर 28 लाख और गौतमबुद्ध नगर निवासी सरोज तिवारी से विला के नाम पर 12.35 लाख रुपये की ठगी का आरोप है।

पुलिस कर रही है जांच

सुशांत गोल्फ सिटी थाने के इंस्पेक्टर उपेंद्र सिंह ने बताया कि सभी शिकायतों पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है और मामलों की जांच जारी है। पुलिस दस्तावेज़ों की सत्यता की जांच के साथ कंपनी के अधिकारियों की भूमिका को लेकर भी गहन पूछताछ कर रही है।

लगातार बढ़ते मामले, बढ़ती चिंताएं

अंसल कंपनी पर पहले से ही कई थानों में दर्जनों मुकदमे दर्ज हैं। ठगी के इन नए मामलों ने न सिर्फ पीड़ितों की उम्मीदों को तोड़ा है, बल्कि रियल एस्टेट क्षेत्र में सक्रिय कंपनियों की विश्वसनीयता पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रशासनिक सूत्रों का कहना है कि अगर अंसल कंपनी के खिलाफ इसी तरह लगातार गंभीर आरोप सामने आते रहे, तो कंपनी के खिलाफ विशेष जांच टीम (SIT) गठित कर आर्थिक अपराध शाखा को भी शामिल किया जा सकता है।

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