महराजगंज: रोटी के निवाले के लिए कूड़ा करकट में बिखरता मासूमों का बचपन
जिस उम्र में बच्चों के हाथों में कलम, किताब और मन में कुछ कर दिखाने का जज्बा होना चाहिए, उम्र की उस दहलीज की शुरुआत यदि कूड़ा करकट में हो तो ऐसे में उनके भविष्य और सक्षम राष्ट्र के कर्णधार बनने की क्या उम्मीदें हो सकती हैं? सर्व शिक्षा अभियान का स्लोगन सब पढ़ें, सब बढ़ें उस समय धूल में मिल जाता है जब बचपन कूड़े के ढेर में बिखरने लगता है। पढ़ें डाइनामाइट न्यूज़ की खास खबर..