Yoga Tips: योगाभ्यास के दौरान न करें ये गलतियां, आजमाएं ये आसान टिप्स और रहें स्वस्थ

डीएन ब्यूरो

योगा प्राकृतिक तौर पर एक शारीरिक और मानसिक व्यायाम है, जो इंसान को स्थिरता और मानसिक तनाव को दूर करने में सहायता करता है। लेकिन योग के दौरान सावधानियां बरतनी भी जरूरी होती है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

योगाभ्यास
योगाभ्यास


नई दिल्ली: ‘योग’ का शाब्दिक अर्थ "जुड़ना" के साथ-साथ "जोड़ना" भी होता है। आज के समय में फिट रहना सबके लिए एक चुनौती बन गया है। ऐसे में योग स्वस्थ रहने का सबसे बेहतर तरीका है। योग सभी तरह की शारीरिक और मानसिक समस्याओं से राहत दिलाता है। 
योगाभ्यास हेल्दी लाइफस्टाइल के लिये जरूरी है परंतु योग करते समय हमें कुछ नियमों का पालन जरूर करना चाहिए,। नहीं तो यह नुकसानदेह हो सकता है। डाइनामाइट न्यूज़ की इस खास रिपोर्ट में जानिए योगा करने के सही तरीके।

गलत योग के नुकसान
योगाभ्यास करते वक्त कुछ नियमों का पालन जरूरी है, नहीं तो यह नुकसानदेह हो सकता है। किसी भी प्रकार के योगासन को जबरदस्ती नहीं करना चाहिए। शुरुआत में आसान योग करने की आदत को अपनाना हमारी सेहत के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। 

कठिन योग बाद में करें
आसान योग मुद्रा सीखने के बाद ही कठिन योग करने का प्रयास करना चाहिए। बल वाला योग करने से शरीर को नुकसान पहुंच सकता है। शरीर के अंदर किसी भी प्रकार का प्रेशर पड़ने से गंभीर समस्या हो सकती है। 

आसन योग करते समय रखें ये खयाल
आसन योग करते समय भी विशेष ख्याल रखना आवश्यक है। आसनों को आसानी से करना चाहिए कठिनाई से नहीं। आसन करने के बाद थोड़ी देर आराम भी करना चाहिए।

योगासन को सही तरीके से न करना, गलत तरीके से स्ट्रेच करने या अनिवार्य दबाव लगाने से चोट या घाव हो सकता है। इसलिए, योगा गुरु या अनुभवी इंस्ट्रक्टर के निर्देशों का पालन करना महत्वपूर्ण है।

मांसपेशियों में चोट का खतरा
वैसे तो योगा करना सेहत के लिए काफी अच्छा माना जाता है किन्तु गलत योग से शारिरिक समस्या पैदा हो जाती हैं। गलत तरीके से योग का अभ्यास करने से मांसपेशियों में चोट आने का खतरा रहता है। साथ ही स्नायुबंधन में खिंचाव, मोच आने की भी सभांवना रहती है। 

उचित संरक्षण जरूरी
कुछ आसन योग, जैसे व्युत्क्रमण या बांह संतुलन, विशेष रूप से जोखिम भरे हो सकते हैं। ऐसे योग का उचित संरक्षण और तकनीक के साथ ही अभ्यास किया जाना चाहिये।

ऐसे समय में करें योग
पीरिएड्स, प्रेग्नेंसी और गंभीर रोग में योगाभ्यास नहीं करना चाहिए। योग में कुछ चोटें शामिल हैं जो मुख्य रूप से गलत योग करने से आती है। यो चोटें शारीरिक और तीव्र होती हैं। इसके कारण योग का अभ्यास करना कठिन हो जाता है। इन समस्याओं के कारणों में या तो लापरवाही या योग मुद्राओं की समझ की कमी शामिल है। 

योग के लाभ
योग आपके शरीर, मन और आत्मा को प्रभावित करता है। यह एक शरीर और दिमाग का अभ्यास है, जो स्वास्थ्य के लिए विभिन्न प्रकार की एकीकृत और पूरक प्रथाओं का पालन करता है। योग आपके मन और शरीर में शांति प्राप्त करने में मदद करने के लिए मानसिक और शारीरिक अनुशासनों को जोड़ता है। इससे आपको चिंता और तनाव कम करने में मदद मिलती है। योग आपके पूरे शरीर, इंद्रियों और आपकी आत्मा को सचेतनता, नियंत्रित श्वास, प्राणायाम के साथ-साथ शरीर-आधारित मुद्राओं के साथ व्यवस्थित करने का सही मिश्रण है।










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