गिरफ्तार होने पर केजरीवाल को इस्तीफा देना चाहिए या नहीं - लोगों की राय लेगी आप

डीएन ब्यूरो

आम आदमी पार्टी (आप) के नेता गोपाल राय ने बृहस्पतिवार को कहा कि उनकी पार्टी एक से 20 दिसंबर के बीच हस्ताक्षर अभियान चलाएगी ताकि लोगों की प्रतिक्रिया ली जा सके कि भाजपा की साजिश के तहत गिरफ्तार किए जाने की स्थिति में क्या अरविंद केजरीवाल को दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर

आप  नेता गोपाल राय व सांसद राघव चड्ढा
आप नेता गोपाल राय व सांसद राघव चड्ढा


नयी दिल्ली:  आम आदमी पार्टी (आप) के नेता गोपाल राय ने बृहस्पतिवार को कहा कि उनकी पार्टी एक से 20 दिसंबर के बीच हस्ताक्षर अभियान चलाएगी ताकि लोगों की प्रतिक्रिया ली जा सके कि 'भाजपा की साजिश' के तहत गिरफ्तार किए जाने की स्थिति में क्या अरविंद केजरीवाल को दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।

राय ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आप को खत्म करने की उम्मीद से केजरीवाल को 'फर्जी' शराब घोटाला मामले में गिरफ्तार करने का षडयंत्र रचा है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार राय पार्टी सांसद राघव चड्ढा के साथ एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।

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राय ने कहा कि शुक्रवार से ‘‘मैं भी केजरीवाल’’ अभियान के तहत, पार्टी के स्वयंसेवक दिल्ली के सभी 2,600 मतदान केंद्रों पर जाएंगे और लोगों के हस्ताक्षर लेते हुए उनकी राय पूछी जाएगी कि अगर केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया गया तो क्या उन्हें मुख्यमंत्री का पद छोड़ देना चाहिए।

उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने पार्टी विधायकों और पार्षदों से मुलाकात कर इस मुद्दे पर उनकी राय मांगी थी और इस बात पर सर्वसम्मति थी कि उन्हें इस्तीफा नहीं देना चाहिए और जेल से ही सरकार चलानी चाहिए।

राय ने कहा कि पार्टी 21 दिसंबर से 24 दिसंबर के बीच शहर के हर वार्ड में जनसंवाद आयोजित करेगी, जिसमें लोगों से कथित शराब घोटाले के साथ-साथ केजरीवाल को गिरफ्तार कराने की भाजपा की साजिश पर चर्चा की जाएगी। उन्होंने कहा कि लोगों की राय भी ली जाएगी कि अगर केजरीवाल को गिरफ्तार किया गया तो क्या उन्हें मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना चाहिए।

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प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने इस महीने की शुरुआत में केजरीवाल को कथित आबकारी नीति घोटाले से जुड़े धनशोधन मामले में पूछताछ के लिए बुलाया था। केजरीवाल जांच एजेंसी के समक्ष पेश नहीं हुए और मांग की कि उसे अपना नोटिस वापस लेना चाहिए। उन्होंने दावा किया था कि यह 'अवैध और राजनीति से प्रेरित' कदम है।










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