भारतीय भाषाओं पर विद्यालयों को सीबीएसई का पत्र, क्या है सुधार की ओर पहला कदम, पढ़ें पूरी रिपोर्ट

डीएन ब्यूरो

भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने भारतीय भाषाओं को एक वैकल्पिक शिक्षण माध्यम के रूप में उपयोग करने के सिलसिले में केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) द्वारा विद्यालयों को पत्र लिखे जाने की शनिवार को सराहना करते हुए इसे एक महत्वपूर्ण सुधार बताया। पढ़िये पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर

फाइल फोटो
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नयी दिल्ली: भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने भारतीय भाषाओं को एक वैकल्पिक शिक्षण माध्यम के रूप में उपयोग करने के सिलसिले में केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) द्वारा विद्यालयों को पत्र लिखे जाने की शनिवार को सराहना करते हुए इसे एक महत्वपूर्ण सुधार बताया।

नड्डा ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति में मातृभाषा में शिक्षा प्रदान करने के महत्व पर जोर दिया गया है।

उन्होंने एक ट्वीट में कहा कि यह साबित हो चुका है कि शुरूआती वर्षों में मातृ भाषा में बच्चे तेजी से सीखते-समझते हैं।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, सीबीएसई ने बहुभाषी शिक्षा को हकीकत में तब्दील करने के लिए निर्देश (शिक्षण) के एक वैकल्पिक माध्यम के रूप में भारतीय भाषाओं का उपयोग करने पर विद्यालयों को विचार करने को कहा है।

बोर्ड ने उल्लेख किया है कि शिक्षा मंत्रालय और राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीआरटी) द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2020 के तहत कई भाषाओं में शिक्षा प्रदान करने के उपाय किये गये हैं, जिसके बाद सीबीएसई ने अपने स्कूलों को उपलब्ध संसाधनों का उपयोग करने को कहा है।










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