

उत्तराखड़ के खटीमा में एक परिवार पर उस वक्त दुखों का पहाड़ टूट पड़ा जब एक ही घर में दो लोगों की मौत हो गई। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
खटीमा/वन महोलिया : उत्तराखंड के खटीमा क्षेत्र के वन महोलिया गांव में बुधवार शाम एक बेहद दुखद और भावुक घटना सामने आई, जिसने पूरे गांव को शोक में डुबो दिया। गांव निवासी सुभाष (45) पुत्र रामचंदर की उसी नाले में डूबकर मौत हो गई, जिसमें महज पंद्रह दिन पहले उसके पिता की भी डूबकर मौत हो गई थी।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, परिजनों के मुताबिक बुधवार को दिवंगत पिता रामचंदर की पगड़ी रस्म पूरी हुई थी। उसी दिन रस्म के बाद सुभाष घर के पीछे बह रहे नाले की तरफ गया। बताया जा रहा है कि वह नाले की गहराई नापने की बात कह रहा था। उसकी पत्नी ने उसे कई बार रोका, लेकिन वह नहीं माना। कुछ ही देर में उसका पैर फिसला और वह नाले में गिर गया। आस-पास मौजूद ग्रामीणों ने शोर मचाया और उसे बचाने का प्रयास किया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। ग्रामीणों ने तत्काल पुलिस को सूचना दी।
परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
सुभाष टाइल्स मिस्त्री का काम कर अपने परिवार का पालन-पोषण करता था। वह अपने पीछे पत्नी, एक बेटी और दो बेटों को रोता-बिलखता छोड़ गया है। इस घटना से परिवार पूरी तरह टूट गया है और गांव में भी मातम पसरा हुआ है। कोतवाल मनोहर सिंह दसौनी ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और कानूनी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया है।
गौरतलब है कि पिता रामचंदर की भी इसी नाले में डूबकर मौत हो गई थी और अब उसी स्थान पर बेटे की मौत से पूरा गांव सदमे में है। ग्रामीणों ने प्रशासन से नाले को सुरक्षित बनाने की मांग की है, ताकि भविष्य में ऐसी कोई घटना न हो।