उत्तराखंड: चारधाम जाने वाले श्रद्धालुओं के जरूरी सूचना, पढ़ें ये पूरी रिपोर्ट

डीएन ब्यूरो

उत्तराखंड के उच्च हिमालयी क्षेत्रों में लगातार बारिश एवं हिमपात के मद्देनजर प्रशासन ने चारधाम की यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं से पर्याप्त एहतियात बरतने तथा राज्य सरकार द्वारा जारी स्वास्थ्य दिशानिर्देशों का पालन करने का आग्रह किया है। पढ़िए पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर

फाइल फोटो
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देहरादून: उत्तराखंड के उच्च हिमालयी क्षेत्रों में लगातार बारिश एवं हिमपात के मद्देनजर प्रशासन ने चारधाम की यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं से पर्याप्त एहतियात बरतने तथा राज्य सरकार द्वारा जारी स्वास्थ्य दिशानिर्देशों का पालन करने का आग्रह किया है।

रुद्रप्रयाग जिला प्रशासन ने केदारनाथ के दर्शन के लिए आ रहे तीर्थयात्रियों से अपील की कि वे सुरक्षा की दृष्टि से जहां हैं, वहीं रुके रहें।

रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने बताया कि मौसम विभाग ने अगले दो-तीन दिनों के लिए अलर्ट जारी करते हुए उच्च हिमालयी क्षेत्रों में बारिश एवं हिमपात का पूर्वानुमान व्यक्त किया है।

उन्होंने केदारनाथ धाम में दर्शन के लिए आ रहे तीर्थयात्रियों से अपील की है कि वे मौसम ठीक होने तक जिस स्थान पर हैं, उसी स्थान पर रहें तथा रुक-रुक कर आगे की यात्रा करें।

उन्होंने सभी यात्रियों से अपनी सुरक्षा का विशेष ध्यान रखने तथा राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन द्वारा जारी दिशानिर्देशों का पालन करने की अपेक्षा की।

दीक्षित ने कहा कि वर्तमान में केदारनाथ धाम में लगातार बर्फबारी हो रही है तथा यात्रा को नियंत्रित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सोनप्रयाग से सुबह साढ़े दस बजे के बाद यात्रियों को केदारनाथ जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है।

उन्होंने यात्रियों से अपेक्षा की है कि मौसम ठीक होने पर ही केदारनाथ की यात्रा शुरू करें।

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दीक्षित ने राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारियों को रास्ते ठीक करने को कहा ताकि तीर्थ यात्रियों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो।

उन्होंने भूस्खलन की दृष्टि से संवेदनशील सिरोहबगड़ में खराब मौसम को देखते हुए जेसीबी मशीन हर समय तैनात रखने को कहा है, ताकि मार्ग अवरुद्ध होने पर तत्काल सड़क मार्ग को आवाजाही के लिए खोला जा सके।

उधर, मौसम विभाग की बारिश व बर्फबारी की चेतावनी को देखते हुए चमोली के जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने भी सभी अधिकारियों को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए हैं।

उन्होंने सड़क निर्माण संस्थाओं को भूस्खलन संवेदनशील स्थलों के आसपास साइनेज (संकेतक) लगाने के साथ ही पर्याप्त संख्या में मशीन एवं मजदूरों की तैनाती सुनिश्चित करने को कहा है ताकि मार्ग अवरूद्ध होने पर उसे जल्द से जल्द सुचारू किया जा सके।

खुराना ने मार्ग अवरूद्ध होने पर यात्रियों को राहत सामग्री वितरित करने के निर्देश भी दिए।

श्री बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने कहा कि बद्रीनाथ और केदारनाथ में पिछले कई दिनों से मौसम प्रतिकूल होने के बावजूद श्रद्धालुओं के उत्साह में कोई कमी नहीं है और राज्य सरकार तथा मंदिर समिति के स्तर से भी उनके सुगम और सरल दर्शन की पूरी व्यवस्था की गयी है।

हालांकि, उन्होंने कहा कि फिर भी वह श्रद्धालुओं खासतौर से केदारनाथ आने वाले तीर्थयात्रियों से विनम्र अनुरोध करते हैं कि यात्रा आरंभ करने से पहले मौसम की अद्यतन जानकारी लें तथा धाम में ठहरने की व्यवस्था सुनिश्चित करने के बाद ही यात्रा शुरू करें।

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उन्होंने बच्चों, बुजुर्गों तथा बीमारी से पीड़ित तीर्थयात्रियों से राज्य सरकार द्वारा जारी स्वास्थ्य दिशानिर्देशों का पूरा पालन करने की भी अपील की है।

उधर, उत्तरकाशी जिले में स्थित गंगोत्री और यमुनोत्री धामों में भी पिछले तीन दिनों से खराब मौसम का दौर जारी है, जिससे इलाके में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। दोनों धामों से सटी प​हाड़ियों पर भारी बर्फबारी हो रही है।

उत्तरकाशी के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने बताया कि अगले दो दिन तक मौसम ऐस ही बना रहेगा।

इस बीच, उच्च हिमालयी क्षेत्रों में हिमस्खलन की आशंका के मद्देनजर गंगोत्री राष्ट्रीय पार्क ने गंगोत्री के उदगम गोमुख क्षेत्र में ट्रेकिंग पर तीन मई तक के लिए रोक लगा दी है।

देहरादून सहित प्रदेश के निचले इलाकों में भी रविवार से रूक-रूक कर लगातार बारिश जारी है जिससे तापमान में गिरावट दर्ज की गयी है।










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