अफसरों ने समझाया और मान गये सीएम योगी.. बुलंदशहर हिंसा है बड़ी साजिश.. नहीं गिरायी किसी अफसर पर गाज
बुलंदशहर हिंसा को लेकर CM योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि इसके पीछे एक बड़ी हिंसा की साजिश थी। यूपी के कलाकार अफसरों ने जो सीएम को समझाया उन्होंने उसे ही सच मान लिया। जांच की आड़ में किसी दोषी अफसर पर अब तक कोई कार्यवाही नही हुई है। बड़ा सवाल ये है कि यदि ये साजिश ही थी तो फिर अफसर कर क्या रहे थे कि साजिश करने वाले अपने षड़यंत्र में सफल हो गये और एक इंस्पेक्टर शहीद हो गया.. डाइनामाइट न्यूज़ एक्सक्लूसिव..
लखनऊः उत्तर प्रदेश में एक बार फिर धार्मिक उन्माद भड़कने पर सूबे के सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस पर गहरी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने बुलंदशहर में गोकशी को लेकर हुई हिंसा में पत्थरबाजी और फायरिंग में मारे गए पुलिस इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह और एक अन्य युवक सुमित की गोली लगने से हुई मौत को लेकर इसे एक बड़े षडयंत्र का हिस्सा करार दिया है।
यह भी पढ़ें |
बुलंदशहर हिंसाः इंस्पेक्टर सुबोध की हत्या के मुख्य आरोपी के वीडियो ने मचाया बवाल..
योगी ने पुलिस अधिकारियों को हिंसा की गंभीरता से जांच करने और इसमें संलिप्त सभी आरोपियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने के आदेश दिए है। उन्होंने इसे एक बड़े षथड्यंत्र का हिस्सा करार दिया है। गौरतलब है कि सीएम योगी का यह बयान तब आया है जब बुलंदशहर में फैली इस धार्मिक उन्माद की आग ने हर तरफ कोहराम मचा दिया है। अब सीएम मामले को ठंडा करने के लिए इस तरह के राजनीतिक बयान देकर खुद की पार्टी का बचाव करते हुए दिख रहे हैं।
Uttar Pradesh Chief Minister Yogi Adityanath has declared an ex-gratia of Rs 10 lakh from CM relief fund for the family of Sumit who died during protests over alleged cow slaughter in #Bulandshahr on December 3. pic.twitter.com/7KmEAUJ2u6
यह भी पढ़ें | बुलंदशहर हिंसाः सुमित की मौत को लेकर बड़ा खुलासा.. पिता ने कहा- कोतवाल की गोली से हुई मौत
— ANI UP (@ANINewsUP) December 4, 2018
प्रदेश में संचालित अवैध स्लॉटर हाउस को लेकर योगी ने कहा कि इसकी सामूहिक जिम्मेदारी डीएम-एसपी की होगी और उनके खिलाफ मामले में लापरवाही बरतने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। बुलंदशहर कांड को लेकर अब एसआईटी की जांच रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। ऐसा माना जा रहा है कि एसआईटी की जांच से ही इस राज से पर्दा उठेगा कि आखिर इस षडयंत्र के पीछे किसका हाथ है।