यूपी: भर्ती परीक्षा गिरोह का एसटीएफ ने किया भंडाफोड़, पांच-पांच लाख रुपये भरवाते थे ओएमआर शीट

डीएन संवाददाता

उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूपीएसएसएससी) द्वारा आयोजित होने वाली नलकूप चालक भर्ती परीक्षा में हेर-फेर किए जाने का मामला सामने आया है। इस मामले में दोषी पाए गए एक प्रिंसिपल समेत पांच आरोपियों को मेरठ एसटीएफ ने गिरफ्तार किया है। डाइनामाइट न्यूज की रिपोर्ट में जानिए क्या है पूरा मामला..

एसटीएफ की गिरफ्त में आये आरोपी
एसटीएफ की गिरफ्त में आये आरोपी


मेरठ: यूपी एसटीएफ की मेरठ इकाई ने उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा आयोजित होने वाली नलकूप चालक भर्ती परीक्षा में हेर-फेर करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है।शनिवार की सुबह एक प्रिंसिपल समेत पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। ये सभी आरोपी अभ्यर्थियों से पांच-पांच लाख रुपये लेकर परीक्षा के बाद ओएमआर शीट भरवाते थे।

 

 

गिरफ्तार आरोपियों के पास से पुलिस ने 15 प्रवेश पत्र समेत 10 ओएमआर शीट की कार्बन कॉपी बरामद की है। इसके अलावा आरोपियों के पास से पांच मोबाइल फोन, एक पेन कार्ड, एक ड्राइविंग लाइसेंस और उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग का पहचान पत्र भी बरामद किया गया है।

पुलिस ने एक ह्युंडई गाड़ी (गाड़ी नंबर UP-20-AF 0029) को भी कब्जे में लिया है।  

गिरफ्तार किये गये अभियुक्तों में प्रधानाचार्य योगेश कुमार पुत्र राम सिंह है, जो ग्राम वसुंधरा थाना कोतवाली, बिजनौर का रहने वाला है।

अन्य चार आरोपियों के नाम अजय सिंह पुत्र रणवीर सिंह, सौरभ चौधरी पुत्र चंद्रपाल सिंह, प्रदीप पुत्र राजपाल और आनंद कुमार हैं। इन अन्य चार आरोपियों की पहचान क्रमश: शिवपुरी, सिविल लाइन 2, थाना कोतवाली, बिजनौर; मो०बुखारा पानी की टंकी के पास थाना कोतवाली, बिजनौर; ग्राम कैली जनपद, मेरठ और ग्राम मुकरपुर खेमा(खेमा) थाना कोतवाली, बिजनौर से हुई है। इनमें आरोपी राजपाल प्रश्न-पत्र हल करता था।

 










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