ईसाई समुदाय की अनूठी पहल, एक ही गड्ढे में एक के ऊपर एक बनाई गईं चार कब्रें, जानिये वजह
मध्यप्रदेश के सबसे बड़े नगर इंदौर में लगातार आबादी बढ़ने के मद्देनजर भविष्य में शहरी क्षेत्र के कब्रिस्तानों में जगह की कमी का पूर्वानुमान लगाते हुए कैथोलिक ईसाई समुदाय ने अनूठी पहल की है। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर
इंदौर: मध्यप्रदेश के सबसे बड़े नगर इंदौर में लगातार आबादी बढ़ने के मद्देनजर भविष्य में शहरी क्षेत्र के कब्रिस्तानों में जगह की कमी का पूर्वानुमान लगाते हुए कैथोलिक ईसाई समुदाय ने अनूठी पहल की है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार समुदाय ने अपने एक कब्रिस्तान में कंक्रीट की 64 बहुस्तरीय कब्रें बनवाई हैं। इनमें से प्रत्येक कब्र के अलग-अलग स्तरों में चार शवों को दफनाया जा सकता है और पुराने शवों के प्राकृतिक रूप से विघटित होने के बाद इनमें नये शवों को जगह देने का फैसला भी किया गया है।
बिशप चाको थोट्टूमरिकल ने सोमवार को ‘‘पीटीआई-भाषा’’ को बताया कि इंदौर के शहरी क्षेत्र में आबादी लगातार बढ़ती जा रही है, लेकिन जाहिर है कि इसके मुकाबले जगह नहीं बढ़ रही है।
उन्होंने बताया,'भविष्य के हालात पर विचार के बाद हमने पहले चरण में कंचनबाग क्षेत्र के कैथोलिक कब्रिस्तान के एक हिस्से में कंक्रीट की 64 कब्रें बनवाई हैं। इनमें से प्रत्येक कब्र में एक के ऊपर एक बनाए गए स्तरों में चार शवों को अलग-अलग ताबूतों समेत दफनाया जा सकता है।’’
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बिशप चाको के मुताबिक कैथोलिक ईसाई समुदाय ने कंचनबाग कब्रिस्तान में ये बहुस्तरीय कब्रें इसलिए बनवाईं ताकि आने वाले सालों में शवों को दफनाने के लिए शहर के बाहर के कब्रिस्तानों में न ले जाना पड़े। उन्होंने बताया कि पांच स्तरों वाली ये कब्रें करीब 15 फुट गहरी, 4.5 फुट फुट चौड़ी और 6.5 फुट लंबी हैं।
बिशप चाको ने बताया,‘‘इन कब्रों में सबसे नीचे का स्तर खाली रखा जाएगा। दूसरे, तीसरे, चौथे और पांचवें स्तर में शवों को दफनाया जाएगा। हरेक शव के अवशेषों को पांच साल बाद सबसे नीचे के स्तर में पहुंचा दिया जाएगा।’’
उन्होंने बताया कि बहुस्तरीय कब्रों में शवों के प्राकृतिक रूप से विघटित होने के बाद इनमें नये शवों को जगह दी जा सकेगी।
बिशप चाको ने बताया,‘‘हम कंचनबाग कब्रिस्तान में 64 बहुस्तरीय कब्रों के निर्माण के बाद तीन और चरणों में ऐसी कब्रों के निर्माण पर विचार कर रहे हैं। सभी चरणों का निर्माण पूरा होने पर ऐसी कब्रों में करीब 1,000 शवों को बिना किसी परेशानी के दफनाया जा सकेगा।’’
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उन्होंने बताया कि कैथोलिक ईसाई समुदाय ने जिस कंचनबाग कब्रिस्तान में बहुस्तरीय कब्रें बनवाई हैं, उसे करीब 100 साल पहले एक महामारी में बड़े तादाद में लोगों की मौत के बाद बनवाया गया था।
बिशप चाको ने बताया कि कैथोलिक ईसाई समुदाय का जूनी इंदौर क्षेत्र में एक अन्य कब्रिस्तान है जहां जगह भरने के बाद अब कंचनबाग कब्रिस्तान में शवों को दफनाया जा रहा है।
उन्होंने एक अनुमान के हवाले से बताया कि आमतौर पर शहर के कैथोलिक ईसाई समुदाय के कब्रिस्तानों में साल भर में 100 शवों को दफनाने के लिए लाया जाता है