बेटी का पिता होने से युवक ने किया इन्कार, इस तरह असलियत आई सामने..

बिहार में एक युवक ने अपनी ही बेटी का पिता होने से इन्कार कर दिया। कुछ समय बाद ही युवक की सच्चाई इस तरह लोगों के सामने आई। पढ़ें डाइनामाइट न्यूज़ पर पूरी खबर…

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 2 February 2020, 3:53 PM IST
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मुजफ्फरपुर: दस साल पहले एक युवक ने प्रेमजाल में गांव की युवती को फंसाया। दोनों ने अलग जाति के कारण घरवालों के खिलाफ जाकर शादी की। उनसे बाद दोनों के घर एक बच्ची पैदा हुई। कुछ समय बाद ही युवक का मना ऐसा बदला की उसने बेटी को ही अपनाने से मना कर दिया, और दूसरी शादी कर ली।

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मामला है औराई थाना क्षेत्र के एक गांव का। जहां फणिभूषण शाही नाम एक व्यक्ति अपने ही गांव की एक लड़की से दस साल पहले शादी की थी। शादी के बाद दोनों के घर बेटी पैदा हुई पर फणिभूषण शाही ने बेटी को अपनाने से मना कर दिया। जिसके बाद उसकी पत्नी ने साल 2015 में उसके खिलाफ केस दर्ज किया। इस दौरान अदालत ने उसकी बेटी का डीएनए और उसका डीएनए मैच करवाने का आदेश दिए। डीएनए टेस्ट के आधार पर उक्त युवक को ही बच्ची का जैविक पिता माना गया है। 

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युवती ने कहा कि वह पिछले दस साल से न्याय पाने के लिए संघर्ष कर रही है। डीएनए टेस्ट उसके पक्ष में आया है। इससे उसे न्याय व बेटी को पिता का नाम मिलने की आस जगी है। आगे भी उसकी कानूनी लड़ाई जारी रहेगी। फणिभूषण को उसे भरण-पोषण की राशि देना है। इसके बावजूद उसे राशि नहीं दी जा रही है। तीन लाख से अधिक रुपये बकाया है।