

नए संसद भवन की रोशनी व्यवस्था में ऊर्जा दक्षता प्रमुख केंद्र रहेगी और इससे पारंपरिक प्रणाली की तुलना में बिजली की खपत 50 प्रतिशत कम होगी। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
मुंबई: नए संसद भवन की रोशनी व्यवस्था में ऊर्जा दक्षता प्रमुख केंद्र रहेगी और इससे पारंपरिक प्रणाली की तुलना में बिजली की खपत 50 प्रतिशत कम होगी। उद्योग के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
नए संसद भवन का उद्घाटन इस साल मई में किया गया था। मंगलवार से इसमें पहला सत्र आयोजित किया जाएगा।
अधिकारी ने बताया कि इसमें बहुत सारी अनुकूलित प्रकाश व्यवस्था और यहां तक कि झूमर भी लगे हैं।
पैनासोनिक लाइफ सॉल्यूशंस के कारोबार समूह प्रमुख-लाइटिंग प्रभाग राजा मुखर्जी ने कहा, ‘‘ हम... ऐसे उत्पाद मुहैया कर रहे हैं, जो बेहद ऊर्जा कुशल हैं। हमने उत्पादों के साथ सेंसर को जोड़ा है और इससे इसका पूर्ण समाधान भी मिला।’’
उन्होंने कहा कि इसमें डेलाइट इंटिग्रेशन सेंसर और मोशन ऑक्यूपेंसी सेंसर हैं, जो कुल ऊर्जा बचत में इजाफा करते हैं। पैनासोनिक ने प्रकाश नियंत्रण पहलू पर काम किया है, न कि संपूर्ण प्रकाश व्यवस्था पर।
मुखर्जी ने कहा, ‘‘ पारंपरिक प्रणाली से हटकर जब आप एलईडी का इस्तेमाल करते हैं, तो आप पहले से ही करीब 50 प्रतिशत ऊर्जा बचाते हैं और इसके अलावा इन नियंत्रणों के साथ आप 15-20 प्रतिशत तक अतिरिक्त ऊर्जा बचा सकते हैं।’’
उन्होंने कहा कि प्रणाली पर काम लगभग पूरा हो चुका है, लेकिन ‘साइट’ को अभी आधिकारिक तौर पर सौंपा जाना बाकी है।