लैंगिक समानता संबंधी नीतियों के बजट को इस राज्य में मिली तरजीह, जानिये खास बातें

डीएन ब्यूरो

केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने मंगलवार को कहा कि इस दक्षिणी राज्य में लैंगिक समानता से संबद्ध नीतियों और योजनाओं को बढ़ावा देने पर जोर दिया जा रहा है, क्योंकि इसकी प्रगति समाज, विशेष रूप से महिलाओं को सशक्त बनाने में निहित है।

फाइल फोटो
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तिरुवनंतपुरम: केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने मंगलवार को कहा कि इस दक्षिणी राज्य में लैंगिक समानता से संबद्ध नीतियों और योजनाओं को बढ़ावा देने पर जोर दिया जा रहा है, क्योंकि इसकी प्रगति समाज, विशेष रूप से महिलाओं को सशक्त बनाने में निहित है।

उन्होंने यह भी कहा कि इन नीतियों और योजनाओं से संबंधित राज्य का बजट पिछले छह साल में महत्वपूर्ण तरीके से बढ़ा है।

मंगलवार को यहां शुरू हुई जी20 ‘एम्पावर’ (महिलाओं के सशक्तीकरण और आर्थिक प्रतिनिधित्व के क्षेत्र में प्रगति) बैठक में जॉर्ज ने महिला सशक्तीकरण को लेकर राज्य के समर्पण का उल्लेख करते हुए कहा कि प्रदेश में महिला उन्मुख योजनाओं का बजटीय आवंटन 2017-18 के 11.5 प्रतिशत से बढ़ाकर 2022-23 में 20.9 प्रतिशत किया गया है।

जॉर्ज ने केरल के समाज को आकार देने में महिलाओं की भूमिका पर एक ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य प्रदान किया और इस दिशा में 19वीं सदी के अंत में और 20वीं सदी की शुरुआत के बाद हुए विभिन्न सामाजिक और राजनीतिक परिवर्तनों का विवरण दिया। उन्होंने कहा कि इन परिवर्तनों से एक अधिक समावेशी और न्यायसंगत समाज का निर्माण हुआ है।

मंत्री ने केरल में महिलाओं को सशक्त बनाने में एक महत्वपूर्ण कारक के रूप में 1998 में शुरू किए गए ‘कुदुम्बश्री’ कार्यक्रम का हवाला दिया।

इस अवसर पर ‘जी20 एम्पावर’ की अध्यक्ष और अपोलो हॉस्पिटल्स एंटरप्राइजेज की संयुक्त प्रबंध निदेशक डॉ. संगीता रेड्डी ने समाज और अर्थव्यवस्था को लाभ पहुंचाने के लिए महिलाओं को सशक्त बनाने के महत्व पर जोर दिया।










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