अजब लेकिन सच: पांच करोड़ का रेस्टोरेंट, वो भी पानी में तैरता हुआ

डीएन ब्यूरो

संगम नगरी प्रयागराज में यमुना तट पर लगभग पांच करोड़ की लागत से उत्तर प्रदेश का पहला तैरता रेस्तरां बनाने को यहां हुई मंडलायुक्त की बैठक में सहमति प्रदान की गई। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर

फ्लोटिंग रेस्टोरेंट की प्रतीकात्मक फोटो
फ्लोटिंग रेस्टोरेंट की प्रतीकात्मक फोटो


प्रयागराज: संगम नगरी प्रयागराज में यमुना तट पर लगभग पांच करोड़ की लागत से उत्तर प्रदेश का पहला तैरता रेस्तरां बनाने को  यहां हुई मंडलायुक्त की बैठक में सहमति प्रदान की गई।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार मंडलायुक्त कार्यालय द्वारा जारी विज्ञप्ति के मुताबिक, इस रेस्तरां को स्मार्ट सिटी द्वारा धन उपलब्ध कराया जा रहा है और इसे क्रियान्वित करने की जिम्मेदारी यूपीएसटीडीसी को दी गई है।

विज्ञप्ति के मुताबिक, यह रेस्तरां साल में नौ महीने पर्यटकों को आकर्षित करेगा और बाढ़ के तीन महीनों में इसे किसी सुरक्षित स्थान पर ले जाया जाएगा।

यमुना तट पर तैरता रेस्तरां के अलावा, बोट शेड, एक स्लिपवे, लोगों को एक साथ नौकायन करने की सुविधा के लिए दो कैटामारन, आपातकालीन स्थितियों में लोगों को बचाने के लिए दो स्पीड बोट, पर्याप्त संख्या में लाइफ जैकेट और लाइफ गार्ड्स की भी व्यवस्था की जा रही है।

विश्व के कई बड़े शहरों में नदियों के तटीय विकास से प्रेरणा लेते हुए और प्रयागराज में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए यमुना नदी के तट पर उत्तर प्रदेश का पहला तैरता रेस्तरां बनाने पर बुधवार को मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत की अध्यक्षता में हुई पर्यटन विभाग की बैठक में सहमति बनी।

इस रेस्तरां के संचालन की जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश राज्य पर्यटन एवं विकास निगम (यूपीएसटीडीसी) को दी गई है। इसे बनाने से पूर्व एनजीटी और अन्य संबंधित विभागों से अनापत्ति प्रमाण पत्र लिया जाएगा। इस रेस्तरां को इस वर्ष बाढ़ से पहले तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है।










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