सुशील मोदी के आरोपों पर शंकर चरण त्रिपाठी का पलटवार, कहा- दें सबूत नहीं तो रहें मानहानि के लिए तैयार

डीएन संवाददाता

बिहार की राजनीति में नेताओं का मकसद है किसी भी तरह चुनाव जीतना। इसके लिए वे कोई भी आरोप लगाने को तैयार बैठे हैं, भले उसके साक्ष्य हों या नहीं. कुछ ऐसा ही होता दिख रहा है सुशील मोदी के ताजा आरोपों में। डाइनामाइट न्यूज़ एक्सक्लूसिव

बांये शंकर चरण त्रिपाठी और दांये सुशील मोदी
बांये शंकर चरण त्रिपाठी और दांये सुशील मोदी


पटना: कल उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर लिखा था कि "लालू प्रसाद इतने अंधविश्वासी हैं कि उन्होंने न केवल तांत्रिक के कहने पर सफेद कुर्ता पहनना छोड़ा, बल्कि तांत्रिक शंकर चरण त्रिपाठी को पार्टी का राष्ट्रीय प्रवक्ता बना दिया। उसी तांत्रिक ने विंध्याचल धाम (मिर्जापुर) में लालू प्रसाद से तांत्रिक पूजा करायी थी। वे तीन साल पहले मुझे मारने के लिए भी तंत्रिक अनुष्ठान करा चुके हैं।"

सुशील मोदी के इन आरोपों का शंकर चरण त्रिपाठी ने जोरदार शब्दों में खंडन किया है। डाइनामाइट न्यूज़ से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि वे जीवन में कभी भी विंध्याचल धाम (मिर्जापुर) गये ही नहीं। 

त्रिपाठी ने कहा कि तंत्र-मंत्र से कोई नहीं मरता, नहीं तो सरकारें चुनाव से नहीं सिर्फ तंत्र मंत्र से ही बनायी जातीं। ये सरासर गलत है। मुझसे लालू यादव ने कभी इस तरह की कोई बात नहीं की। 

बिना सबूत, फोटो, वीडियो के इस तरह के झूठे आरोप लगाना गलत है, सुशील मोदी इसके लिए माफी मांगें नहीं तो मैं मानहानि का मुकदमा उनके खिलाफ करुंगा। 










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