रमजान का दूसरा अशरा आज से प्रारंभ, बुजुर्गों ने बताए विभिन्न फायदे, जानें इससे जुड़ी प्रमुख बातें

जनपद में रमजान के पाक महीने में रखे जाने वाले रोजे का आज दसवां दिन है। दूसरा अशरा की शुरुआत के कारण यह दिन काफी प्रमुख माना जाता है। क्षेत्र के प्रमुख बुजुर्गों ने इस पर अपनी राय व्यक्त की। पढें डाइनामाइट न्यूज की पूरी रिपोर्ट

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 21 March 2024, 9:18 PM IST
google-preferred

घुघली (महराजगंज): रमजानुल मुबारक के पाक महीने का पहला अशरा आज समाप्त हुआ। गुरुवार से दूसरा अशरे की शुरुआत मुस्लिम समुदाय द्वारा प्रारंभ की गई। दूसरे अशरे से जुड़ी कुछ प्रमुख बातों पर डाइनामाइट न्यूज संवाददाता ने कुछ बुजुर्गों से उनकी राय ली। जिस पर उन्होंने कहा कि इस पाक पवित्र महीने में इंसान रोजा रखकर रब को राजी करता है।
बोले मौलाना
घुघली क्षेत्र के बसंतपुर मदरसा के मौलाना मेराज साहब ने संवाददाता को बताया कि पाक माह के पहले अशरे को अशरा रहमत कहा जाता है। तमाम उम्मते मुहम्मादिया ने इसको मुक्कम्मल भी किया। इसके बाद दूसरे अशरे की शुरुआत दस दिन बाद होती है।

गुरुवार से इसकी शुरुआत हुई है। इस अशरे में लोगों की मगफिरत होती है। इस पाक पवित्र महीने में इंसान रोजा रखकर रब को राजी करता है। रोजे का वास्तविक अर्थ है कि बुराईयों को समाप्त कर अच्छाईयां को अपनाया जाए। 

No related posts found.