भीलवाड़ा: खुले में शौच करने वालों को अधिकारी ने ऐसे सिखाया सबक

DN Bureau

यदि आप भी स्वच्छता अभियान को महज मजाक समझतें हैं तो सावधान हो जायें। खुले में शौच करने पर आपको भी कठोर सजा मिल सकती है। यकीन न हो तो पढ़ें डाइनामाइटन्यूज़ की ये खबर..

भीलवाड़ा का मानचित्र
भीलवाड़ा का मानचित्र


भीलवाड़ा: जिले के जहाजपुर क्षेत्र के कुछ लोगों को खुले में शोच करने की सजा जेल जाकर भुगतनी पड़ी। स्वच्छता अभियान को महज मजाक समझने वाले छह लोगों के खिलाफ एसडीएम करतार सिंह ने सख्त रूख अख्तियार किया और खुले में शौच करने पर उनको हवालात की हवा खिला दी। जहाजपुर थाने के सब इसंपेक्टर गुमान सिंह ने खुले में शौच करने वाले दोषियों को न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें 10-10 हजार की जमानत और 15 दिन में अपने-अपने घरों में शौचालय निर्माण कराने का बंध पत्र भरने के बाद जेल से रिहा किया गया।

राज्य में संभवत: यह ऐसा पहला मामला है, जब किसी प्रशासनिक अधिकारी ने खुले में शौच करने वालों को हवालात की हवा खिलाई हो। जहाजपुर एसडीएम करतार सिंह अपने ब्लाक स्तरीय अधिकारियों को निर्देश देकर खुले में शौच मुक्ति जागरण अभियान पर निकले थे। पीपलूंद ओर श्रृंगारचवरी के बीच उन्होंने 6 लोगों को खुले मे शौच करते देखा। शौच करने वालों में गोरू पुत्र किशन गुर्जर, बंशीलाल पुत्र रामलाल मीणा, धीसू पिता कल्याण माली, जगदीष पिता रूपा खारोल, रामलाल पिता घीसूलाल माली, श्रवण पिता कल्याण माली बलाई शामिल थे। एसडीएम ने उन्हें भविष्य में उन्हें खुले मे शौच न करने की चेतावनी दी लेकिन दोषी नही माने। बाद में एसडीएम ने जहाजपुर पुलिस को सूचना दी। एसडीएम के निर्देष पर सभी 6 लोगों को पुलिस ने हवालात की हवा खिला दी।

एसडीएम करतार सिंह ने बताया कि खुले में शौच से मुक्त कराने के लिए अब प्रशासन ने कडा रूख अख्तियार कर लिया है। इसी कड़ी में आज यह कार्रवाई की गयी। जागरूरकता अभियान से यदि कोई समझा तो उसके विरूद्व कठोर कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि जहाजपुर उपखण्ड जल्द ही खुले में शौच से मुक्ति पा लेगा।










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