महराजगंज: चौड़ीकरण के नाम पर नगर को उजाड़ने की तैयारी, लगा लाल निशान, उड़े हजारों व्यापारियों के होश

डीएन ब्यूरो

फरेन्दा और नौतनवा की तरह महराजगंज में बाईपास यदि बना दिया जाये तो फिर राष्ट्रीय राजमार्ग के नाम पर होने वाली भारी तबाही और बर्बादी को रोका जा सकता है लेकिन ऐसा होता नही दिख रहा। 70-80 साल पुराने महराजगंज कस्बे को उजाड़ने की पूरी तैयारी शासन व प्रशासन ने कर ली है। शुक्रवार को लाल निशान जगह-जगह लगाये गये इसके बाद हजारों व्यापारियों व उनके परिवार के सड़क पर आ जाने का खतरा मंडराने लगा है। डाइनामाइट न्यूज़ एक्सक्लूसिव..



महराजगंज: रमपुरवां से लेकर महराजगंज मुख्य चौराहे और मुख्य चौराहे से लेकर जिला मुख्यालय तक सड़क के दोनों पर प्रस्तावित राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण के नाम पर पचासों साल से अपने वैध कागजों पर बसे हजारों व्यापारियों को उजाड़ने की पूरी तैयारी शासन व प्रशासन ने कर ली है। दोपहर में लाल निशान लगाये जाने के बाद से नगर का तापमान एकाएक गरम हो गया है। हजारों व्यापारियों को समझ में ही नही आ रहा है कि आखिर ये हो क्या रहा है? कैसे उनकी नंबर की जमीनों को जिला प्रशासन सड़क चौड़ीकरण के नाम पर तोड़वा सकता है? 

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सही तरीके से नही लगाया जा रहा है निशान

सड़क चौड़ीकरण करने के लिए जो लाल निशान लगाए जा रहे हैं वह मानक के खिलाफ लगाए जा रहे हैं। नगर की जनता का कहना है कि जितना पीडब्ल्यूडी की जमीन हैं उतना ही निशान लगाया जाये लेकिन यहाँ जमकर धांधली की जा रही है।

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केन्द्रीय मंत्री ने किया झूठा वायदा

पिछले साल परतावल में केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी आये तो वोट लोने के नाम पर झूठा वायदा कर डाला कि नगर के चारों ओर बाईपास बनेगा और इसके लिए मैं अभी तुरंत दस करोड़ रुपये स्वीकृत कर रहा हूं। उन्होंने यह भी कहा कि प्रदेश से लेकर देश तक में भाजपा की सरकार है, जितने भी धन की जरुरत होगी हम देंगे।

लाल निशान से उड़े होश

अब इसके ठीक उलट हो रहा है। पहले कहा गया कि एक बी दुकान नहीं टूटेगी और बाईपास बनवा कर बीच का रास्ता निकाला जाएगा, किसी भी कीमत पर व्यापारियों को बर्बाद नही होने दिया जाएगा लेकिन शुक्रवार को लाल निशान लगाये जाने के बाद व्यापारियों और दुकानदारों के होश उड़ गए है। 

क्या बोले डीएम

इस बारे में डाइनामाइट न्यूज़ ने जिलाधिकारी उपाध्याय से पूछा कि आखिर मकान और दुकान क्यों उजाड़ा जा रहा है? क्या मानक है? कितने-कितने फीट सड़क के दोनों तरफ दुकान-मकान तोड़े जाने की योजना है? इन सब सवालों के जवाब में डीएम ने कहा कि मैं आपको शाम तक पूरी जानकारी करके बताता हूं।

क्या बोले नेशनल हाइवे के अधिशासी अभियंता

जब डाइनामाइट न्यूज़ ने नेशनल हाइवे के अधिशासी अभियंता एमपी अग्रवाल से बात की तो उन्होंने मीटिंग में होने का बहाना बनाकर कोई भी जानकारी देने से इंकार कर दिया। 

सांसद और विधायक को जनता की तकलीफों से कोई मतलब नहीं

आम जनता का गुस्सा सरकार के अलावा स्थानीय सांसद पंकज चौधरी और सदर विधायक जयमंगल कन्नौजिया के सौतेले व्यवहार को लेकर है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यहां हजारों व्यापारियों के जान आफत में है और इन दोनों को आम जनता की तकलीफों से कोई लेना-देना नही है। क्यों नही ये जनता के बीच में आकर उनकी समस्या का समाधान कर रहे हैं। 










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