Maan Ki Baat: मन की बात में बोले पीएम मोदी- सभी ने संकट में मजबूती से लड़ी लड़ाई

डीएन ब्यूरो

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अपने रेडियो कार्यक्रम मन की बात के 77वें एपिसोड के जरिये देश की जनता से संवाद कर रहे हैं। जानिये पीएम मोदी के संबोधन की कुछ खास बातें

मन का बात का 77वां एपिसोड (फाइल फोटो)
मन का बात का 77वां एपिसोड (फाइल फोटो)


नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम मन की बात के 77वें एपिसोड के जरिये देश की जनता से संवाद कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संबोधन की शुरूआत में यास चक्रवात का जिक्र करते हुए कहा कि यास तूफान के चलते मारे गए लोगों के परिजनों के प्रति मैं अपनी संवेदना प्रकट करता हूं। उन्होंने कहा कि लोगों ने मजबूती से इस संकट से लड़ाई लड़ी है। पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कि संकट की इस घड़ी में डॉक्टरों-नर्सों ने अपनी चिंता छोड़कर लोगों की मदद की है।

जानिये पीएम मोदी के मन के बात की संबोधन की कुछ खास बातें 

मैं उन सभी लोगों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूँ, जिन्होंने अपने करीबियों को खोया है। हम सभी इस मुश्किल घड़ी में उन लोगों के साथ मज़बूती से खड़े हैं, जिन्होंने इस आपदा का नुक़सान झेला है। 

इस संकट की घड़ी में हमारे वॉरियर्स जो काम कर रहे हैं, वह मानवाता की सबसे बड़ी सेवा है, उन सभी को मैं सेल्यूट करता है। यह संकट सदियों बाद आया है। 

इस बार सरकार ने किसानों से रिकार्ड कृषि उपज खरीद की। कोरोना संकट में कृषि देश को संभाल रही है। किसानों ने रिकार्ड उत्पादन किया। आज देश के किसान नई व्यस्था का फायदा उठाकर कमाल कर रहे हैं। किसान बहुत कम कीमतों पर अपनी उपज बेच पा रहे हैं।

देश की सामूहिक शक्ति और हमारे सेवा-भाव ने, देश को हर तूफ़ान से बाहर निकाला है. हाल के दिनों में हमने देखा है कि कैसे हमारे डॉक्टर्स, नर्सेस और अग्रिम पंक्ति के योद्धा ख़ुद की चिंता छोड़कर दिन रात काम कर रहे हैं।

कोरोना की शुरु में देश में केवल एक ही टेस्टिंग लैब थी, लेकिन आज ढाई हजार से ज्यादा लैब काम कर रहे हैं। शुरू में कुछ सौ टेस्ट एक दिन में हो पाते थे, अब 20 लाख से ज्यादा टेस्ट एक दिन में होने लगे हैं। अब तक देश में 33 करोड़ से ज्यादा सैंपल की जांच की जा चुकी है।

देश और देश की माताओं-बहनों को ये सुनकर गर्व होगा कि एक ऑक्सीजन एक्सप्रेस तो पूरी तरह महिलाएं ही चला रही हैं।

चुनौती के इसी समय में ऑक्सीजन के परिवहन को आसान बनाने के लिए भारतीय रेल भी आगे आई. ऑक्सीजन एक्सप्रेस ने सड़क पर चलने वाले ऑक्सीजन टैंकर से ज्यादा तेज़ी और ज्यादा मात्रा में ऑक्सीजन देश के कोने-कोने में पहुंचाया। 

पीएम मोदी ने अपने कार्यक्रम के दौरान जौनपुर के रहने वाले दिनेश उपाध्याय से पीएम मोदी ने बातचीत की। ऑक्सीजन टैंकर चलाने वाले दिनेश उपाध्याय कोरोना के संकटकाल में लोगों की मदद कर रहे है। दिनेश उपाध्याय ने अपने अनुभव पीएम मोदी से साझा किए। दिनेश उपाध्याय ने पीएम मोदी ने कहा कि यह लड़ाई हम जीतेंगे।

दिनेश ने बताया कि चाहे खाना मिले-चाहे न मिले, कुछ भी दिक्कत हो लेकिन हम हॉस्पिटल पहुँचते हैं। जब टैंकर लेके और देखते हैं कि हॉस्पिटल वाले हम लोगों को Vका इशारा करते हैं। हमें इससे बहुत खुशी मिलती है।










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