यूपी में पुलिस का गुंडाराज, हत्याकांड का फर्जी खुलासा कर मृतक के पिता व भाई को भेजा जेल, भड़के ग्रामीण, भाजपा विधायक ने कहा- निर्दोषों को हत्या जैसे जुर्म में फर्जी फंसा रही है पुलिस

महराजगंज जिले के बृजमनगंज थाना क्षेत्र में एक हैरान करने वाला मामला सामने आय़ा है। अक्टूबर महीने में हुए सुनील गुप्ता नाम के युवक की हत्या के मामले में पुलिस ने फर्जी खुलासा करते हुए मृतक के पिता और छोटे भाई को ही जेल भेज दिया है। खुलासे के दौरान पुलिसिया प्रेस नोट में लिखा गया कि “पूछताछ में अभियुक्तगण ने अपना जुर्म स्वीकार किया” जबकि हकीकत में पुलिस के सामने ही पिता-पुत्र ने रोते-रोते (देखें वीडियो) कहा- फर्जी फंसा रही है पुलिस। डाइनामाइट न्यूज़ एक्सक्लूसिव:

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 29 January 2020, 6:55 PM IST
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महराजगंज: जिले के बृजमनगंज थाने में मुकदमा अपराध संख्या 186/2019 धारा 304, 201 भा0द0वि0 के अंतर्गत हत्या का एक मुकदमा पंजीकृत होता है। 

मंगलवार को पुलिस ने इस मामले का खुलासा करते हुए मीडिया को एक प्रेस नोट जारी किया जिसमें लिखा गया कि “दिनांक 04.10.2019 को कस्बा बृजमनगंज में शिवालय पोखरा में एक लाश बरामद हुआ शव कि शिनाख्त सुनील गुप्ता पुत्र दीपचन्द कि हुयी। मृतक के पिता दीपचन्द पुत्र घुरहू नि0 शाहाबाद सोनारी गली कस्बा व थाना बृजमनगंज जनपद महराजगंज के लिखित तहरीर पर थाना बृजमनगंज पर मु0अ0सं0 186/19 धारा 302,201 भा0द0वि0 पंजीकृत कर विवेचना प्रारम्भ कि गयी। विवेचना के क्रम में सुरारसी पतारसी व परिस्थिती जन साक्ष्यो से यह तथ्य प्रकाश मे आया की वादी मुकदमा व उसका छोटा लड़का अनिल गुप्ता व मृतक सुनील गुप्ता के बीच ठेले पर फल के बिक्री के पैसे के लेन देन को लेकर आपस में कहा सुनी हो गयी, कहा सुनी के दौरान ही धक्का मुक्की से मृतक सुनील गुप्ता का सर दीवाल मे टकरा जाने से आयी चोटों से सुनील गुप्ता की मौत हो गयी। पकड़े जाने के डर से मृतक का शव वादी मुकदमा व अनिल गुप्ता द्वारा शिवालय पोखरे मे फेंक दिया गया था। विवेचना के दौरान साक्ष्यो के आधार पर धारा 302 भा0द0वि0 को धारा 304 भा0द0वि0 में तरमीम किया गया। दिनॉक 28.01.2020 को अभिक्तगण 1. अनिल पुत्र दीपचन्द ,2. दीपचन्द पुत्र घुरहू नि0गण शाहाबाद सोनारी गली कस्बा व थाना बृजमनगंज  जनपद महराजगंज को कस्बा शाहाबाद सोनारी गली अभि0गण के घर से समय करीब 9:30  बजे कारण  गिरफ्तारी से अवगत कराते हुये गिरफ्तार किया गया। पूछताछ मे अभियुक्तगण ने अपना जुर्म स्वीकार किया।" 

 

 

पुलिस टीम
1.थानाध्यक्ष बृजमनगंज विनोद कुमार राय जनपद महराजगंज।
2.हे0 का0 भगवान यादव थाना बृजमनगंज महराजगंज।
3.हे0 का0 प्रेमशंकर दुबे  थाना बृजमनगंज महराजगंज।
4.का0 परमहंस गौड़ थाना बृजमनगंज महराजगंज।

जब इस गिरफ्तारी और फर्जी खुलासे की जानकारी ग्रामीणों को हुई तो वे भड़क उठे।

कल एएसपी और थानेदार ने खुलासा करते हुए, पुलिसिया प्रेस नोट में लिखवाया कि “पूछताछ में अभियुक्तगण ने अपना जुर्म स्वीकार किया”  जबकि हकीकत में पुलिस के सामने ही पिता-पुत्र ने रोते-रोते कहा- फर्जी फंसा रही है पुलिस।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक बुधवार को क्षेत्र के दौरे पर निकले भाजपा विधायक बजरंग बहादुर सिंह उर्फ बजरंगी को बीच सड़क पर सैकड़ों ग्रामीणों ने घेर लिया। इसके बाद विधायक ने जनता के बीच थानेदार विनोद कुमार राय को तलब किया और पूछा कि तुमको यहां आये अभी 15 दिन भी नहीं हुए और इतनी जल्दी कैसे फर्जी खुलासा कर डाले कि वादी पिता और मृतक के भाई को ही मेडल के चक्कर में एएसपी के सामने खुलासा करवा डाले।

ग्रामीणों ने विधायक को एक ज्ञापन भी सौंपा, जिसमें वर्तमान थानेदार से लेकर पूर्व एसओ गिरिजेश उपाध्याय तक की कार्यप्रणाली को संदिग्ध बताया गया है।    

भाजपा विधायक बजरंगी सिंह ने बीच सड़क पर जनता के बीच बृजमनगंज के थानेदार विनोद राय को जमकर लताड़ते हुए कहा कि एएसपी आशुतोष शुक्ला से लेकर तुम्हारी होगी उच्च स्तरीय जांच और उतर जायेगी वर्दी। हत्या जैसे संगीन जुर्म में फंसाते हो निर्दोषों को?

अब देखना होगा कि ग्रामीणों का यदि आरोप सही है कि एएसपी और बृजमनगंज के पूर्व व वर्तमान थानेदारों ने फर्जी खुलासा किया है तो फिर जो बेगुनाह जेल में ठूंसे गये हैं क्या वे जेल से बाहर निकल पायेंगे और इसकी सजा इन पुलिस वालों को मिलेगी?