सुप्रिया सुले ने केंद्र एवं महाराष्ट्र सरकार पर कसा तंज, पहलवानों के धरने पर कही ये बात

डीएन ब्यूरो

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले ने पहलवानों के विरोध-प्रदर्शन पर दिल्ली पुलिस की कार्रवाई और महाराष्ट्र में अपराध की स्थिति का जिक्र करते हुए शुक्रवार को केंद्र और महाराष्ट्र सरकार पर महिलाओं के प्रति असंवेदनशील होने का आरोप लगाया। पढ़िये पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर

फाइल फोटो
फाइल फोटो


मुंबई: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले ने पहलवानों के विरोध-प्रदर्शन पर दिल्ली पुलिस की कार्रवाई और महाराष्ट्र में अपराध की स्थिति का जिक्र करते हुए शुक्रवार को केंद्र और महाराष्ट्र सरकार पर महिलाओं के प्रति असंवेदनशील होने का आरोप लगाया।

पार्टी का नया पद संभालने के बाद पहली बार यहां राकांपा कार्यालय का दौरा करने के बाद सुले ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान अपने चचेरे भाई और पार्टी के वरिष्ठ नेता अजित पवार को ‘‘महाराष्ट्र की राजनीति का अमिताभ बच्चन’’ करार दिया।

बारामती की सांसद ने दावा किया कि जिस तरह से दिल्ली पुलिस महिला पहलवानों (जिन्होंने भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है) के विरोध-प्रदर्शन से निपटी वह ‘‘असंवेदनशीलता’’ का सबूत है।

उन्होंने आरोप लगाया कि महाराष्ट्र में महिलाओं के खिलाफ अपराध की बढ़ती घटनाएं भी सरकार की अंसवेदनशीलता दर्शाती हैं।

उन्होंने राज्य के गृह विभाग को महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने में विफल रहने के लिए भी जिम्मेदार ठहराया।

सुले ने कहा कि वह इस महीने की शुरुआत में दक्षिण मुंबई के एक सरकारी छात्रावास में अपने कमरे में कथित तौर पर बलात्कार और हत्या का शिकार हुई 18 वर्षीय छात्रा के परिजनों से मिलीं। उन्होंने कहा कि वह केंद्र से मामले में जल्द न्याय दिलाने की अपील करेंगी।

सांसद ने कहा कि वह लोकतंत्र और सत्ता के विकेंद्रीकरण में विश्वास करती हैं, लेकिन मौजूदा राजनीतिक स्थिति कुछ अलग ही परिदृश्य दर्शाती है।

उन्होंने कहा कि एक मंत्री के पास 10 से 15 विभागों का प्रभार है जबकि स्थानीय निकाय और नागरिक निकाय बिना चुनाव कराए ही संचालित हो रहे हैं।

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से अधिक लोकप्रिय बताने वाले एक विज्ञापन के स्पष्ट संदर्भ में सुले ने कहा कि वह और अजित पवार यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि यह ‘‘शुभचिंतक’’ कौन है, जिसने विज्ञापन प्रकाशित करने के लिए करोड़ों रुपये खर्च किए।

राकांपा नेता ने कहा, ‘‘हम चुनाव में उतरने के दौरान, चेहरा पेश करने में नहीं बल्कि नीतियों में भरोसा करते हैं। राकांपा ने आगामी लोकसभा चुनाव के लिए तैयारी शुरू की दी है। महा विकास आघाड़ी की बैठक भी जल्द होगी।’’










संबंधित समाचार