Bihar में निर्भया कांड: दरिंदगी की हदें पार, इलाज में डॉक्टर बरतते रहे लापरवाही
बिहार के छपरा में एक किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया है। दरिंदों ने सामूहिक दुष्कर्म के बाद निर्भया की तरह प्राइवेट पार्ट में रॉड घुसा दी।वहीं पटना मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों ने भी इलाज में लापरवाही दिखाई। डाइनामाइट न्यूज़ पर पढ़ें पूरी खबर..
बिहार: सुशासन बाबू के राज्य के छपरा जिले में दरिंदों ने पहले सामूहिक दुष्कर्म किया उसके बाद प्राइवेट पार्ट में लोहे रॉड डाल दी। इस घटना ने दिल्ली के निर्भया कांड की याद ताजा कर दी है।
यह भी पढ़ें: चार नामी आईएएस टॉपर्स देंगे नौजवानों को आईएएस की परीक्षा में सफल होने का मूलमंत्र
वहीं जब पीड़िता को पटना मेडिकल कॉलेज व अस्पताल (PMCH) लाया गया तो डॉक्टरों ने FIR न होने के बिना गंभीर घायल का इलाज करने से मना कर दिया। पीड़िता गंभी घायल होने के बावूजद तकरीबन साढ़े चार घंटे तक तड़पती रही।
प्राप्त जानकारी के अनुसार छपरा में एक किशोरी से पहले कुछ दरिंदों ने सामूहिक दुष्कर्म किया उसके बाद प्राइवेट पार्ट में रॉड डाल देने की घटना हुई।
यह भी पढ़ें: बारिश और बाढ़ से कई राज्यों में भीषण तबाही, अब तक 198 से अधिक की मौत
पीड़िता के मोहल्ले के लोगों ने बताया कि दोपहर के समय की यह घटना है। घटना के बाद किसी तरह रोते बिलखते युवती अपने घर पहुंची। खून से लथपथ हालत में देख कर परिवार के लोग भी घबरा गए।
दो आरोपी चढ़े पुलिस के हत्थे तीसरा फरार
इस वारदात में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। एसपी ने बताया कि घटना को अंजाम देने वाले गिरफ्तार आरोपियों की पहचान सोनू और आतिश के तौर पर की गई है। वहीं तीसरे आरोपी की भी सरगर्मी से तलाश की जा रही है।
लापरवाही बरतते रहे डॉक्टर
दुर्घटना या अपराध के मामलों में डॉक्टरों को तत्काल इलाज आरंभ करना है। पुलिस औपचारिकताओं के पूरे होने होने के नाम पर इलाज को नहीं रोका जा सकता है। लेकिन इस मामले में पीएमसीएच में डॉक्टरों ने पुलिस औपचारिकता के नाम पर तीन घंटे तक इलाज शुरू नहीं किया। जब दबाव बढ़ा तो इलाज शुरू किया गया।