कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह का नया बयान आया सामने, जानिये क्या कहा

डीएन ब्यूरो

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद एवं भारतीय कुश्ती संघ (डब्ल्यूएफआई) के निवर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि कमजोरों का पक्ष लेना उनका स्वभाव है, जैसा कि भारत की संस्कृति रही है। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर

बृजभूषण शरण सिंह
बृजभूषण शरण सिंह


गोंडा: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद एवं भारतीय कुश्ती संघ (डब्ल्यूएफआई) के निवर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि कमजोरों का पक्ष लेना उनका स्वभाव है, जैसा कि भारत की संस्कृति रही है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार सिंह ने यहां एक पुरस्कार वितरण समारोह को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘मैंने कमजोरों का पक्ष लिया था। शायद यह मेरा स्वभाव है। और यह न केवल मेरा स्वभाव है, बल्कि यह मेरे देश का भी स्वभाव है।’’

कैसरगंज से भाजपा सांसद सिंह ने कहा, ‘‘आज वह सभी चीजें स्पष्ट हो रही हैं। मैं खुलकर नहीं बोल सकता हूं। जो चीजें मैंने शुरू में कही थीं। आज वह दिखाई पड़ रही हैं और सबको दिखाई पड़ रही हैं।’’

सिंह पर कई महिला पहलवानों का कथित तौर पर यौन शोषण करने का आरोप है और हाल में उन्हें दिल्ली की एक अदालत से जमानत मिली है।

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उन्होंने कहा, ‘‘मैंने शुरुआत में ही कहा था कि जो कुछ भी मेरे खिलाफ हो रहा है वह मेरी नीति के खिलाफ संघर्ष से संबंधित है। उस समय मेरे बयानों को सही नहीं माना गया था।’’

युवाओं को संबोधित करते हुए सिंह ने उन्हें लगातार और ईमानदारी से काम करने की सलाह दी। उन्होंने कहा, ‘‘आपको अपना काम ईमानदारी से करना चाहिए। सात महीने तक दुनिया मेरे खिलाफ टिप्पणियां करती रही, लेकिन मैंने पीछे मुड़कर नहीं देखा और अपना काम बंद नहीं किया।’’

बाद में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने मणिपुर की उस घटना को ‘‘निंदनीय’’ कृत्य बताया जिसमें दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाया गया था।

उन्होंने कहा, ‘‘वहां स्थिति प्रतिकूल थी। तीन-चार दिन के लिए (केंद्रीय) गृह मंत्री खुद मणिपुर में थे, लेकिन एक चूक हो गई।’’

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विपक्षी दलों द्वारा बनाए गए गठबंधन पर, सिंह ने कहा कि यह समझौता अलग-अलग तत्वों के बीच है, जिनमें से प्रत्येक का अपना एजेंडा है। उन्होंने कहा कि यह गठबंधन जल्द ही टूट जाएगा।

उन्होंने कहा, ‘‘इससे पहले कई गठबंधन बने, लेकिन वे सफल नहीं रहे। एक समय था जब कांग्रेस के खिलाफ गठबंधन होते थे और अब यह भाजपा के खिलाफ है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘एक राष्ट्रीय पार्टी क्षेत्रीय पार्टियों की गोद में बैठी है। विपक्ष का गठबंधन...उनकी विचारधारा एक-दूसरे से मेल नहीं खाती। पश्चिम बंगाल में कांग्रेस का क्या होगा?’’

उन्होंने कहा, ‘‘यही स्थिति दिल्ली, बिहार और अन्य राज्यों में होगी।’’










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