नए प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली ने गठबंधन को लेकर की घोषणा

डीएन ब्यूरो

दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नवनियुक्त अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह राष्ट्रीय राजधानी में पार्टी को फिर से खड़ा करने के लिए अपने पूर्ववर्ती अध्यक्षों सहित सभी को साथ लेकर चलेंगे। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर

दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नवनियुक्त अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नवनियुक्त अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली


नयी दिल्ली:  दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नवनियुक्त अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह राष्ट्रीय राजधानी में पार्टी को फिर से खड़ा करने के लिए अपने पूर्ववर्ती अध्यक्षों सहित सभी को साथ लेकर चलेंगे।

उन्होंने  कहा कि पार्टी संगठनात्मक ढांचे को ठीक करने और दिल्ली के लोगों तक पहुंचने पर ध्यान केंद्रित करेगी।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार लवली ने कहा, 'मेरी भूमिका अब दिल्ली में पूरे पार्टी संगठन को मजबूत करने की है। लोगों ने राहुल गांधी और कांग्रेस की ओर देखना शुरू कर दिया है।'

उनका कहना था, ''हम पिछले अध्यक्षों सहित प्रत्येक नेता को साथ लेंगे और पार्टी को फिर खड़ा करने के लिए एकजुट होकर काम करेंगे।’’

लवली ने कहा, 'जिस तरह राहुल गांधी ने देश भर में भारत जोड़ो यात्रा के जरिए महंगाई का मुद्दा उठाया, उसी तरह हम भी प्रासंगिक मुद्दे उठाएंगे। हमें पहले संगठनात्मक ढांचे को ठीक करने की जरूरत है।'

अगले लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन की संभावना से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि गठबंधन को लेकर केंद्रीय नेतृत्व फैसला करेगा।

लवली ने कहा, 'आलाकमान जो भी फैसला करेगा, हम उसका पालन करेंगे। दिल्ली कांग्रेस के नेता पहले हुई बैठकों में अपनी राय रख चुके हैं।'

कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव से कुछ महीने पहले बृहस्पतिवार को दिल्ली के अपने संगठन में बड़ा बदलाव करते हुए पूर्व मंत्री अरविंदर सिंह लवली को राज्य इकाई का नया अध्यक्ष नियुक्त किया।

शीला दीक्षित की सरकार में बतौर मंत्री कई महत्वपूर्ण विभागों की जिम्मेदारी संभालने वाले लवली इससे पहले दिसंबर 2013 से फरवरी 2015 तक दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं।

लवली को कांग्रेस नेतृत्व ने ऐसे समय दिल्ली प्रदेश की कमान सौंपी है जब पार्टी राष्ट्रीय राजधानी में अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही है। कांग्रेस को दिल्ली में हुए पिछले दो विधानसभा चुनावों में एक भी सीट नहीं मिली।










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