

दिल्ली के मौजूदा मुख्य सचिव विजय देव कल इस पद से सेवानिवृत्त होने जा रहे हैं। डाइनामाइट न्यूज़ की इस रिपोर्ट में जानिये दिल्ली के मुख्य सचिव की रेस में कौन-कौन सीनियर आईएएस अफसर हैं आगे
नई दिल्ली: नौकरशाही और सत्ता के गलियारों में इन दिनों राजधानी दिल्ली के अगले मुख्य सचिव को लेकर चर्चाएं जोरों पर है। केंद्र सरकार द्वारा भी दिल्ली के मुख्य सचिव की तलाश जोरों पर है। दिल्ली के मौजूदा मुख्य सचिव विजय देव के कार्यकाल का आज अंतिम दिन है। कल यानि 20 अप्रैल को दोपहर बाद वे इश पद से सेवानिवृत्त होने जा रहे है। ऐसे में दिल्ली के अगले मुख्य सचिव को लेकर 4-5 आईएएस अफसरों के नाम टॉप पर चल रहे हैं, जिनमें से किसी एक नाम पर आज-कल तक केंद्र सरकार अपनी अंतिम मुहर लगा सकती है।
डाइनामाइट न्यूज़ को विश्वस्त सरकारी सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक दिल्ली के मुख्य सचिव के लिये 1987-88 बैच के चार-पांच वरिष्ठ आईएएस अफसरों के नाम पर सरकार मंथन कर रही है। इसके लिये कुछ नाम शार्टलिस्ट कर दिये गये हैं। वरिष्ठता और अनुभव के आधार पर ही दिल्ली के अगले मुख्य सचिव की नियुक्ति की जायेगी।
यह भी जानकारी सामने आई है कि सरकार इस बार एजीएमयूटी (अरुणाचल प्रदेश, गोवा, मिजोरम और केंद्र शासित प्रदेश) कैडर से बाहर के किसी आईएएस को भी दिल्ली के मुख्य सचिव की कमान सौंप सकती है।
बताया जाता है कि 1987 बैच के आइएएस अफसर नरेश कुमार दिल्ली के मुख्य सचिव की रेस में सबसे आगे हैं। वे मौजूदा मुख्य सचिव विजय देव के समकक्ष भी हैं और उनके पास नई दिल्ली नगरपालिका परिषद के चेयरमैन के रूप में दिल्ली का अनुभव भी है। इस समय वे अरुणाचल प्रदेश के मुख्य सचिव हैं। नरेश कुमार के अलावा मिजोरम की मुख्य सचिव रेणु शर्मा, दिल्ली सरकार में अतिरिक्त मुख्य सचिव और 1988 बैच के आईएएस सत्यगोपाल और दिल्ली सरकार में वित्तीय आयुक्त चेतन सांघी भी दिल्ली के मुख्य सचिव की रेस में बने हुए हैं।