शिवाजी की प्रतिमा ढही, नौसेना करेगी जांच, जानें किस पर केस दर्ज

महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा तेज हवाओं के कारण ढह गई। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज की ये रिपोर्ट

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 27 August 2024, 9:03 AM IST
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नई दिल्ली: महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले के राजकोट किले (Rajkot Fort) में छत्रपति शिवाजी महाराज (Shivaji Maharaj's statue) की 35 फुट ऊंची प्रतिमा सोमवार को तेज हवाओं के कारण ढह गई। पीएम मोदी (PM Modi) ने 4 दिसंबर 2023 को इस प्रतिमा का अनावरण किया था।

डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के मुताबिक भारतीय नौसेना (Indian Navy) ने छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा के ढहने की घटना की जांच के आदेश दिये हैं। बता दें कि इस प्रतिमा का अनावरण पिछले साल नौसेना दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था। नौसेना ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुये तुरंत जांच करने और जल्द से जल्द प्रतिमा की मरम्मत, पुनर्स्थापना के लिए कदम उठाने के लिये एक टीम को तैनात किया है। 

ठेकेदार पर एफआईआर दर्ज
प्रतिमा गिरने के बाद सिंधुदुर्ग पुलिस (Sindhudurg Police) ने ठेकेदार जयदीप आप्टे (Jaideep Aapte) व स्ट्रक्चरल कंसल्टेंट चेतन पाटिल के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। पुलिस ने कई धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की है। सिंधुदुर्ग पुलिस ने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा गिरने की घटना में पुलिस ने ठेकेदार जयदीप आप्टे और स्ट्रक्चरल कंसल्टेंट चेतन पाटिल के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 109, 110, 125, 318 और 3(5) के तहत एफआईआर दर्ज की है।

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने संरचना के पुनर्निर्माण का संकल्प लिया है। उन्होंने कहा कि प्रतिमा को राज्य सरकार ने नहीं बल्कि भारतीय नौसेना ने स्थापित किया था। छत्रपति शिवाजी महाराज हमारे आदर्श हैं और उनकी प्रतिमा हमारी पहचान है। प्रतिमा का डिजाइन भी नौसेना द्वारा ही तैयार किया गया था।

45 किमी प्रति घंटे की गति से तेज हवा
सीएम ने कहा कि मैंने जिला कलेक्टर से संपर्क किया है। डीएम ने मुझे बताया कि जब यह घटना हुई, उस समय उस क्षेत्र में 45 किमी प्रति घंटे की गति से तेज हवा चल रही थी। इसी के चलते प्रतिमा क्षतिग्रस्त हो गई।