

मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने बकरीद के मौके पर होने वाली जानवरों की कुर्बानी पर विरोध जताते हुये इसे बंद करने की मांग की है।
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने बकरीद के मौके पर होने वाली जानवरों की कुर्बानी पर विरोध जताते हुये इसे बंद करने की मांग की है।
लखनऊ: मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने बकरीद में जानवरों की कुर्बानी को बंद करने की मांग की है। इससे पहले मुस्लिम राष्ट्रीय मंच 'तीन-तलाक' को लेकर भी अपना विरोध जता चुका है।
कुर्बानी को लेकर समाज मे अंधविश्वास
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के सह संयोजक खुर्शीद आगा ने बताया कि बकरीद में कुर्बानी को लेकर समाज मे अंधविश्वास फैला है। उन्होंने बताया कि मुसलमान अल्लाह की राह मे भ्रमित हो गया है। उसे इस भ्रम से निकलने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि कुरान में विवादित जगह पर नमाज पढ़ने से मना किया गया है और अयोध्या में हमारा दूसरे धर्म से विवाद चल रहा है। इस हालत में वहां मस्जिद कैसे बनाई जा सकती है।
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गाय की कुर्बानी को बताया हराम
अवध प्रांत के हसन कैसर ने बताया कि गाय का दूध शिफा है। साथ ही उसके मांस को खाने से कई तरह की बीमारियां शरीर को घेर लेती हैं। उन्होंने बताया कि 3 तलाक की तरह ही बकरीद में जानवरों की कुर्बानी एक कुरीति है और इसे बंद करना होगा। उन्होनें मुस्लिम समुदाय से 21 सदी में समाज को इन कुरीतियों को खत्म करने की अपील की। यदि समाज शिक्षित होगा तभी वह सही गलत मे आसानी से फर्क कर पायेगा।
राम-मंदिर बनवाने में मुस्लिमों से सहयोग की अपील
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के तौकीर अहमद ने बताया की देश के इतिहास को बचाने के लिए मुस्लिम समुदाय को आगे आना चाहिए। अयोध्या का राम-मंदिर इतिहास की एक कड़ी है जिसे सभी को मिलकर बचाने की जरूरत है। उन्होंने मुस्लिम समुदाय से अयोध्या मे मंदिर निर्माण में आगे आकर सहयोग करने की अपील की।
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