क्यों खतरनाक होती है जेल की अंडा सेल, जो आरोपी तहव्वुर राणा का बना नया ठिकाना, जानिए क्या है अंडा सेल

मुंबई आतंकी हमले के मुख्य आरोपी तहव्वुर राणा को तिहाड़ जेल की अंडा सेल में रखा जाएगा। क्या है अंडा सेल और क्यों है यह इतनी खतरनाक? पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की खास रिपोर्ट

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 12 April 2025, 1:51 PM IST
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नई दिल्ली: भारत की राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने 10 अप्रैल को 26/11 मुंबई आतंकी हमले के आरोपी तहव्वुर राणा को अमेरिका से प्रत्यर्पित कर भारत लाने में बड़ी सफलता हासिल की।
डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के मुताबिक, भारत पहुंचने के बाद तहव्वुर राणा को देर रात दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया गया, जहां अदालत ने उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया। बता दें कि तहव्वुर राणा को तिहाड़ जेल की अंडा सेल में रखा जाएगा।

तिहाड़ जेल की अंडा सेल में रखा जाएगा तहव्वुर राणा

भारत लाए जाने के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने तहव्वुर राणा को दिल्ली की कड़ी सुरक्षा वाली तिहाड़ जेल में शिफ्ट करने का फैसला लिया है। उसे तिहाड़ की उसी ber notorious ‘अंडा सेल’ में रखा जाएगा। जहां 26/11 हमले में पकड़ा गया इकलौता जिंदा आतंकी अजमल आमिर कसाब भी कुछ समय के लिए रखा गया था।

क्या है अंडा सेल और क्यों है यह इतनी खतरनाक?

अंडा सेल भारत की सबसे सुरक्षित जेल सेल्स में से एक मानी जाती है। इसे खास तौर पर उन अपराधियों के लिए तैयार किया गया है, जो या तो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा होते हैं या जिन पर किसी भी वक्त हमला होने की आशंका बनी रहती है। इस सेल का नाम ‘अंडा सेल’ इसलिए पड़ा क्योंकि इसका आकार बिल्कुल अंडे की तरह गोलाकार होता है। यह संरचना कैदी की निगरानी और सुरक्षा के लिए बेहद उपयुक्त मानी जाती है।

अंडा सेल की सुरक्षा व्यवस्था

इस सेल के अंदर बिजली नहीं होती, जिससे कैदी को हमेशा अंधेरे में रहना पड़ता है। कैदी को बुनियादी जरूरतों के सिवाय कोई विशेष सुविधा नहीं दी जाती। सोने के लिए बस एक साधारण बिस्तर दिया जाता है। सेल के बाहर चारों तरफ इलेक्ट्रिक फेंसिंग होती है, जिससे किसी भी प्रकार का पलायन असंभव हो जाता है। इस सेल के भीतर और बाहर हमेशा भारी संख्या में सुरक्षा कर्मी तैनात रहते हैं। खास बात यह है कि अंडा सेल बम प्रूफ होती है, यानी किसी विस्फोटक हमले का भी इसपर कोई असर नहीं होता।

कहां-कहां हैं अंडा सेल्स?

तिहाड़ जेल में मौजूद अंडा सेल भारत की सबसे चर्चित सुरक्षा व्यवस्था में गिनी जाती है, लेकिन ऐसा नहीं है कि यह व्यवस्था केवल दिल्ली तक ही सीमित है। देश के विभिन्न राज्यों की सेंट्रल जेलों में भी अंडा सेल्स मौजूद हैं, जहां हाई-प्रोफाइल अपराधियों और खतरनाक आतंकियों को रखा जाता है।

एनआईए की जांच में तेजी

अब तहव्वुर राणा के भारत आने के बाद एनआईए की टीम उससे 26/11 हमलों से जुड़े कई अहम राज उगलवाने की कोशिश में जुट गई है। माना जा रहा है कि तहव्वुर राणा की गिरफ्तारी से इस केस में कई नई परतें खुल सकती हैं।

सेना में बना डॉक्टर

तहव्वुर राणा का जन्म पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के साहिवाल ज़िले में हुआ था। बचपन से ही उसे सेना में जाने की ख्वाहिश थी, लेकिन पिता की जिद पर उसने डॉक्टरी की पढ़ाई की। अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद वह पाकिस्तानी सेना के मेडिकल कॉर्प्स में शामिल हुआ। जहां उसकी पहचान कई वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों और आईएसआई से हुई। तहव्वुर राणा 2008 में हुए मुंबई हमलों का एक बड़ा साजिशकर्ता बताया जाता है।  वह हमलों के दौरान पकड़े गए डेविड कोलमैन हेडली का करीबी सहयोगी भी है। जिसने हमलों से पहले भारत में रेकी कर आतंकियों को सटीक जानकारी मुहैया कराई थी।