मध्य प्रदेश: महिला आयोग, ईडीआईआई ने महिलाओं के लिए उद्यमिता जागरूकता कार्यक्रम शुरू करने घोषणा की

डीएन ब्यूरो

राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान (ईडीआईआई) के साथ मिलकर शुक्रवार को देश भर की संभावित महिला उद्यमियों के लिए 100 उद्यमिता जागरूकता कार्यक्रम (ईएपी) आरंभ करने की घोषणा की है।

महिला आयोग (फाइल)
महिला आयोग (फाइल)


उज्जैन: राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान (ईडीआईआई) के साथ मिलकर शुक्रवार को देश भर की संभावित महिला उद्यमियों के लिए 100 उद्यमिता जागरूकता कार्यक्रम (ईएपी) आरंभ करने की घोषणा की है।

एक विज्ञप्ति में बताया गया कि मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगू भाई पटेल ने मध्य प्रदेश के उज्जैन में विक्रम विश्वविद्यालय में पहले ईएपी का उद्घाटन किया। पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में लागू की गई पहल के कारण महिलाएं अभूतपूर्व प्रगति कर रही हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘भारत 'सबका साथ सबका विकास' के दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ रहा है। महिलाओं के नेतृत्व में विकास बड़े पैमाने पर हो रहा है और इसे मान्यता मिल रही है। स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाएं काफी आगे बढ़ रही हैं। वे अपनी सफलता, अपने उद्यमों और अपनी भविष्य की योजनाओं के बारे में आत्मविश्वास दिखा रही हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ महिलाओं को अनुदान के साथ ग्रामीण क्षेत्रों ने उद्यम स्थापित करने में विशेष रूप से प्रगति की है। प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत, महिलाओं के लिए प्रशिक्षण और विकास के अवसर खुल गए हैं।‘‘

महिला उद्यमियों के लिए अनुकूल माहौल की जरूरत पर जोर देते हुए महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री डॉ महेंद्र मुंजपारा ने कहा कि सरकार सार्वजनिक के साथ निजी क्षेत्र में महिलाओं के नेतृत्व और सशक्तिकरण में तेजी लाकर भारत की महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास एजेंडे को आगे बढ़ाने की दिशा में काम कर रही है। उन्होंने कहा कि महिलाओं को सशक्त बनाना न केवल हमारी नैतिक जिम्मेदारी है बल्कि सतत विकास के लिए एक आवश्यक शर्त भी है।

उनका कहना था कि राष्ट्रीय महिला आयोग और भारत के उद्यमिता विकास संस्थान के बीच सहयोग महिला उद्यमियों की क्षमता निर्माण में मदद करेगा और हितधारकों को भी जागरूक करेगा।

आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा कि महिलाएं हालांकि समाज का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं लेकिन जब आर्थिक सशक्तिकरण और स्वतंत्रता की बात आती है तो वे अभी भी पीछे हैं।

शर्मा ने कहा, ‘‘ 'महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है। भारत में महिला उद्यमिता का समर्थन करने के लिए एक अनुकूल तंत्र है। इसे देखते हुए महिलाएं अपने सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) स्थापित करने के लिए प्रेरित हो रही हैं।'

ईडीआईआई के महानिदेशक सुनील शुक्ला और एनसीडब्ल्यू की सदस्य सचिव मीनाक्षी नेगी इस अवसर पर उपस्थित थीं।

 










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