MP News: चैंपियंस ट्रॉफी में भारत की जीत पर महू जिले में हिंसा, सेना ने संभाला मोर्चा
मध्य प्रदेश के महू जिले में भारत की जीत का जश्न मनाने के लिए जुलूस निकाला गया। जुलूस जब मस्जिद रोड से गुजरा तो कुछ लोगों ने नारेबाजी पर आपत्ति जताई और मारपीट शुरू कर दी। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज कि रिपोर्ट

भोपाल: भारत की जीत के बाद रात करीब 10 बजे मध्य प्रदेश के महू जिले में हालात तनावपूर्ण हो गए। लोगों ने दुकानों और वाहनों में आग लगा दी, साथ ही पेट्रोल बम भी फेंके गए।
डाइनामाइट न्यूज़ के संवाददाता के अनुसार, स्थिति को काबू में करने के लिए पुलिस को मोर्चा संभालना पड़ा और उन्हें लाठीचार्ज करना पड़ा। पुलिस ने आंसू गैस के गोले भी दागे। करीब ढाई घंटे कड़ी मशक्कत के बाद स्थिति पर काबू पाया जा सका।
हालांकि, इलाके में तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है। सोमवार सुबह कुछ दुकानें खुली थीं, जबकि कई दुकानें अभी भी बंद हैं। पूरे क्षेत्र में पुलिस और सेना के जवान तैनात किए गए हैं और आरोपियों की पहचान की जा रही है।
हिंसा का कारण
बताया जा रहा है कि भारत की जीत के बाद 100 से ज्यादा लोग 40 से अधिक बाइक पर सवार होकर जुलूस निकाल रहे थे। जुलूस में शामिल लोग जय श्रीराम के नारे लगा रहे थे।
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इस दौरान जामा मस्जिद के पास आतिशबाजी को लेकर कुछ लोगों के साथ विवाद हो गया। विवाद के बाद पीछे चल रहे पांच-छह लोगों को दूसरे पक्ष के लोगों ने रोक लिया और मारपीट शुरू कर दी।
इससे दोनों पक्षों के बीच पथराव हुआ और विवाद ने तेजी से हिंसक रूप ले लिया। कुछ ही मिनटों में पूरा महू जिला सुलग उठा।
हिंसा में हुआ नुकसान
हिंसा के दौरान उपद्रवियों ने पत्ती बाजार, मार्केट चौक, जामा मस्जिद, बतख मोहल्ला और धानमंडी जैसे प्रमुख इलाकों में खड़ी करीब 12 से ज्यादा बाइक को आग लगा दी। इसके अलावा दो कारों में भी तोड़फोड़ कर आग लगाई गई।
पत्ती बाजार क्षेत्र में प्रेस क्लब के अध्यक्ष राधेलाल के घर को भी आग के हवाले कर दिया गया। वहीं बतख मोहल्ले में एक दुकान को जलाया गया और मार्केट चौक में दो दुकानों को आग लगाई गई।
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आरोपियों की पहचान और पुलिस की कार्रवाई
पुलिस अब उपद्रवियों की पहचान करने में जुटी हुई है। कई सीसीटीवी फुटेज और वीडियो सामने आए हैं, जिनमें उपद्रवी पत्थरबाजी और आगजनी करते हुए नजर आ रहे हैं।
हालांकि, पुलिस ने अब तक किसी के खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं किया है और न ही किसी को गिरफ्तार किया है। आरोपियों की तलाश जारी है। मौके पर 10 थानों के करीब 300 से ज्यादा पुलिसकर्मी और अधिकारी तैनात किए गए हैं।
विधायक की प्रतिक्रिया
इस मामले पर विधायक उषा ठाकुर ने बताया कि जिन क्षेत्रों में घर और दुकानें जलाए गए थे, वहां कोई रैली नहीं निकली थी। लोग अपने घरों में सो रहे थे और यह हमला योजनाबद्ध तरीके से किया गया था।
उन्होंने ये भी कहा कि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। हिंसा फैलाने वाले हर शख्स को गिरफ्तार किया जाएगा।