आजमगढ़ में पकड़े गये कई उत्पाती बंदर, लोगो में खौफ बरकरार

डीएन ब्यूरो

आजमगढ़ नगर पालिका क्षेत्र में बंदरों के बढ़ते उत्पात के कारण आम जीवन त्रस्त हो गया था। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

आजमगढ़ में बंदरो का आतंक
आजमगढ़ में बंदरो का आतंक


आजमगढ़: नगर पालिका क्षेत्र में बंदरों के बढ़ते उत्पात के कारण आम जीवन त्रस्त हो गया था। कई संगठनों ने नगर पालिका व प्रशासन पर बंदरों के प्रति लापरवाही का आरोप लगाकर मंडलायुक्त को ज्ञापन भी सौंपे थे।

इसी क्रम में नगर पालिका परिषद आजमगढ़ की तरफ से मथुरा से बंदरों को पकड़ने वाली टीम को बुलाया गया। बंदरों को पकड़ने का अभियान मंगलवार से कोर्ट कंपाउंड से शुरू हुआ। इस दौरान मथुरा से आए मंकी कैचर ने अपने विशेष तरीके से बंदरों को पकड़ने का अभियान शुरू किया। 

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार पहले दिन कुछ ही घंटे में 81 बंदर पकड़ लिए गए। इन बंदरों को जंगल में छोड़ा जाएगा। ताकि यह दोबारा वापस ना आएं। मामले में नगर पालिका अध्यक्ष सरफराज आलम मंसूर ने बताया कि काफी दिनों से बंदरों की समस्या आजमगढ़ में बरकरार थी और उनसे पहले के कार्यकाल में लोगों ने इसको लेकर लापरवाही बरती है। 

यह भी पढ़ें | आजमगढ़: पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर तेंदुए का आतंक, लोगों में दहशत, विभाग ने किया ये खास उपाय

उनका अभी 10 माह का कार्यकाल है। इसमें उन्होंने इस अभियान को शुरू कराया। क्योंकि उनको इसकी जरूरत महसूस हो रही थी और कई जगह बच्चों पर बंदरों ने हमला किया था। इसके अलावा आर्थिक नुकसान भी हो रहा था। यह अभियान अभी चलेगा। ढाई से 3000 बंदरों को पकड़ने का लक्ष्य रखा गया है। वही मामले में मथुरा से आए मंकी कैचर माजिद अली ने बताया कि नगर पालिका के ईओ और अध्यक्ष की तरफ से उन लोगों को बुलाया गया है।

 

यह भी पढ़ें | घुघली में बंदर के आतंक से नागरिक भयभीत, आधा दर्जन लोगों पर अब तक कर चुका हमला, दहशत के बाद भी मौके पर नहीं पहुंचे जिम्मेदार

इन बंदरों को सुरक्षित तरीके से पकड़ा जा रहा है ताकि यह घायल ना हों। इनको जंगल में छोड़ा जाएगा। यह निर्धारित करना नगर पालिका का काम है। वही अधिवक्ता ने भी इस कार्य को सराहा और कहा कि कई बार कोर्ट कैंपस में बंदरों ने हमला किया है। लोगों को काट लिया है इसके चलते काफी परेशान हैं।










संबंधित समाचार