मोदी सरकार ने रेलवे को बर्बाद करने में कसर नहीं छोड़ी: मल्लिकार्जुन खरगे

डीएन ब्यूरो

कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे ने शनिवार को रेलवे की नवीनतम प्रदर्शन रिपोर्ट को लेकर केंद्र पर आरोप लगाया कि नरेन्द्र मोदी सरकार ने रेलवे को बर्बाद करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। पढ़िए डाईनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

सरकार ने रेलवे को बर्बाद करने में कसर नहीं छोड़ी
सरकार ने रेलवे को बर्बाद करने में कसर नहीं छोड़ी


नयी दिल्ली: कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे ने शनिवार को रेलवे की नवीनतम प्रदर्शन रिपोर्ट को लेकर केंद्र पर आरोप लगाया कि नरेन्द्र मोदी सरकार ने रेलवे को बर्बाद करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है।

उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी पर नई ट्रेनों को हरी झंडी दिखाकर ‘पीआर स्टंट (जनसंपर्क हथकंडा)’ करने और आम लोगों की सुरक्षा, सुविधा और राहत पर ध्यान नहीं देने का भी आरोप लगाया।

खरगे ने ‘एक्स’ पर हिंदी में एक पोस्ट में कहा, “मोदी सरकार ने रेलवे को तहस-नहस करने में कोई कसर नहीं छोड़ी।”

उन्होंने आरोप लगाया, “बालासोर जैसे बड़े हादसे होने के बाद, बहुप्रचारित ‘कवच’ सुरक्षा का एक भी किलोमीटर नहीं जोड़ा।”

खरगे ने दावा किया कि आम शयनयान श्रेणी में यात्रा करना बहुत महंगा हो गया है और इन डिब्बों की संख्या भी घटाई गई है।

कांग्रेस अध्यक्ष ने यह भी आरोप लगाया कि इस साल 10 प्रतिशत से ज्यादा ट्रेन लेट (विलंब) हुईं।

उन्होंने कहा, “रेल बजट को खत्म करके, मोदी सरकार ने जवाबदेही से छुटकारा पा लिया है। मोदीजी केवल वाहवाही बटोरने के लिये सफेद रंग दी गई ट्रेनों को हरी झंडी दिखाने के पीआर स्टंट में व्यस्त हैं।”

खरगे ने ‘एक्स’ पर अपनी पोस्ट में आरोप लगाया, “लेकिन वह आम जनता की सुरक्षा, सुविधा, सहूलियत और राहत पर रत्ती भर भी ध्यान नहीं दे रहे हैं।”

डाईनामाइट न्यूज़ संवादाता के अनुसार रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को कहा था कि ‘कवच’ 1500 किलोमीटर रेलमार्ग पर पूरी तरह स्थापित किया गया है। ‘कवच’ स्वदेशी रूप से विकसित स्वचालित ट्रेन सुरक्षा प्रणाली है।

उन्होंने कहा कि इसका दायरा बढ़ाने की दिशा में उल्लेखनीय प्रगति हुई है।

मंत्री ने यह भी दावा किया कि रेल यात्रियों की संख्या में कोई कमी नहीं आई है और वर्तमान वित्त वर्ष के अंत तक, भारतीय रेलवे 650 से 700 करोड़ के कोविड-पूर्व यात्री यातायात को हासिल कर लेगा।










संबंधित समाचार