Ramcharitmanas Row: देश में 'शूद्र पॉलिटिक्स' पर फूटा मायावती का गुस्सा, बोली- रामचरितमानस नहीं, संविधान है कमजोरों का ग्रंथ

डीएन ब्यूरो

रामचरित मानस विवाद को लेकर की जा रही 'शूद्र पॉलिटिक्स' पर बसपा सुप्रीमो मायावती का बड़ा बयान सामने आया हैं। पढ़िए पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर

बसपा सुप्रीमो  मायावती (फाइल फोटो)
बसपा सुप्रीमो मायावती (फाइल फोटो)


लखनऊ: रामचरितमानस की एक चौपाई को लेकर समाजवादी पार्टी (सपा) नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के आपत्तिजनक बयान को लेकर छिड़ी बहस के बीच बहुजन समाजवादी पार्टी (बसपा) ने सपा को नसीहत दी है कि वह अनुसूचित जाति,जनजाति और अति पिछड़े वर्ग को शूद्र कह कर भारतीय संविधान का अपमान करना बंद करे।

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मायावती ने शुक्रवार को सिलसिलेवार ट्वीट में बसपा सरकार में मंत्री रहे और अब सपा के विधान परिषद सदस्य स्वामी प्रसाद मौर्य का नाम लिये बगैर कहा के देश के कमजोर और उपेक्षित वर्ग के लिये रामचरितमानस अथवा मनुस्मृति ग्रंथ नहीं है बल्कि भारतीय संविधान है जिसमें उन्हे एससी, एसटी और ओबीसी का दर्जा दिया गया है।

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सपा इन्हे शूद्र कह कर संविधान का अपमान कर रही है।  (वार्ता)










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