मऊ: दिव्यांग भाई ही निकला बहन का हत्यारा, कुल्हाड़ी से मारने के बाद कर रहा था मरने का इंतजार, गिरफ्तार

मऊ में बीते चार जुलाई को कोपागंज थाना क्षेत्र के एक गांव में उस समय हड़कंप मच गया था। जब दिव्यांग भाई यह कहकर शोर मचाने लगा था कि उसके भाई ने बहन को मार डाला। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज की पूरी रिपोर्ट

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 13 July 2024, 6:11 PM IST
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मऊ: कोपागंज थाना क्षेत्र के जयरामगढ़ गांव में बीते दिनों बहन की हत्या दिव्यांग भाई ने धारदार हथियार से हमला कर की थी। दिव्यांग भाई ने अपने दूसरे बड़े भाई को फंसाने का भी प्रयास किया था। 

पुलिस टीम ने मामले की विवेचना और जांच के दौरान इसकी जानकारी मिलने पर उसे गिरफ्तार किया गया। पकड़े गए दिव्यांग भाई से पूछताछ के दौरान हत्या में शामिल कुल्हाड़ी भी बरामद की गई। 

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार पुलिस लाइन सभागार में प्रेस वार्ता के दौरान अपर पुलिस अधीक्षक महेश सिंह अत्री ने बताया कि कोपागंज थाना क्षेत्र के जयरामगढ़ गांव में बीते तीन जुलाई की देर रात करीब एक बजे गायत्री (49) पर धारदार हथियार से हमला कर बुरी तरह घायल कर दिया गया था।

घायल के पुत्र की तहरीर पर पुलिस ने निकलेश राम पुत्र स्व. भगवान दास, मंजू देवी पत्नी निकलेश राम, प्रिया, प्रिंस, प्रियांशु पुत्रगण निवासीगण ग्राम जयरामगढ़ पर हत्या के प्रयास का मुकदमा पंजीकृत किया गया। जिसकी विवेचना प्रभारी निरीक्षक थाना कोपागंज द्वारा की जा रही है।

इसी बीच, 5 जुलाई को गायत्री की इलाज के दौरान बीएचयू ट्रामा सेंटर में उपचार के दौरान मौत हो गई। गहनता से विवेचना के दौरान मृतका गायत्री का भाई मिथिलेश (33) पुत्र स्व. भगवान दास निवासी जयरामगढ़ थाना कोपागंज के द्वारा हत्या करना पाया गया।

शनिवार को अभियुक्त से घटना के सम्बन्ध में पूछताछ किया गया तो पहले तो वह इंकार करता रहा। कड़ाई से पूछताछ करने पर बताया कि मेरी बहन गायत्री देवी मेरे मां से उसके हिस्से की जमीन लिखवा लिया था। 

कहा कि कारण मेरे बड़े भाई निकलेश से मेरी बहन भांजा व मेरा विवाद चलता था। जिस कारण हमेशा हम लोग एक दूसरे पर मुकदमा लिखवाते रहते थे। जिससे उसका मन व्यथित हो गया था।

घटना के दिन तीन जुलाई को रात्रि में करीब एक बजे वह कुल्हाड़ी से अपनी बहन गायत्री के गर्दन व चेहरे पर हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया था। इसके करीब एक घंटे बाद सड़क पर जाकर हल्ला मचाया। तब गांव के लोगों के आने पर उसे इलाज के लिए सदर अस्पताल ले गए रेफर के बाद ट्रामा सेंटर बीएचयू ले गया, जहां पांच जुलाई को उपचार के दौरान ही उसकी मौत हो गई।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार इसके बाद वह अपने भांजे जशवंत से कहकर बड़े भाई निकलेश भाभी मंजू व उनके बच्चों के विरूद्ध अभियोग पंजीकृत करा दिया, ताकि वे जेल चले जाए बहन की मौत के बाद तथा भांजा डर कर गांव छोड़कर भाग जाए तथा पूरी जमीन पर उसका कब्जा हो जाए।

पुलिस ने गिरफ्तार भाई के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसका चालान कर दिया। गिरफ्तार करने वाली टीम ने कोपागंज थाना प्रभारी नवल किशोर सिंह, आरक्षी मंजीत कुमार, अरविन्द गुप्ता शामिल थे।

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