महाराष्ट्र: क्राइम ब्रांच ने फर्जी गैंग का किया भंडाफोड़, तीन अधिकारी गिरफ्तार, जानिए पूरा मामला

डीएन ब्यूरो

महाराष्ट्र क्राइम ब्रांच की टीम ने चोरी के ट्रकों का फर्जी रजिस्ट्रेशन करने वाले तीन अधिकारीयों को गिरफ्तार किया है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

फर्जी गैंग का भंडाफोड़
फर्जी गैंग का भंडाफोड़


महाराष्ट्र: महाराष्ट्र के अमरावती में बेहद चौंका देने वाला मामला सामने आया है। यहां आरटीओ कार्यालय में चोरी किए गए ट्रकों का चेचिस नंबर पैसों का लेनदेन कर बदल जाता था।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक नवी मुंबई क्राइम ब्रांच ने 4 मार्च 2024 को मुंबई के ट्रक टर्मिनल इलाके में छापेमारी की थी। यहां एमएच 40 सीएम 1567 और एमएच 40 सीएम 3098 नंबर के चार पहिया वाहनों के चेसिस व इंजन नंबर की जांच की गई। 

इस दौरान पुलिस को पता चला कि इन वाहनों के मालिक कमलेश गोपाल मांगे और नीरव ठक्कर हैं। इसलिए जब उन दोनों को मुंबई के बेलापुर पुलिस स्टेशन में पूछताछ के लिए बुलाया गया तो पता चला कि ये गाड़ियां सचिन नवघाने और जावेद मनियार को बेची गई थीं। 

इसके बाद पुलिस ने वाहन कंपनी के विशेषज्ञों से गाड़ियों की जांच कराई। हालांकि ये गाड़ियां बाहर से टाटा कंपनी की थीं, लेकिन इन गाड़ियों के चेसिस नंबर बदलकर फर्जी दस्तावेजों के जरिए रजिस्ट्रेशन कराया गया था। पुलिस ने इस पूरे नेटवर्क के मुख्य सूत्रधार जावेद मनियार को गिरफ्तार किया है। जावेद पर महाराष्ट्र में 10 और दूसरे राज्यों में 9 केस दर्ज हैं। 

पुलिस का कहना है कि फर्जी दस्तावेजों के जरिए अरुणाचल, उत्तर प्रदेश, नागालैंड, दिल्ली और हरियाणा जैसी जगहों से ट्रक चोरी किए गए। इसके बाद इनके चेसिस का नंबर अमरावती व नागपुर के आरटीओ अधिकारियों की मदद से बदल दिया गया।

छापोमारी के बाद मुंबई क्राइम ब्रांच ने साढ़े पांच करोड़ के 29 ट्रक जब्त किए हैं। क्राइम ब्रांच का कहना है कि अब उत्तर प्रदेश और हरियाणा के 9 केस में बाकी ट्रक जब्त करना बाकी है। 
क्राइम ब्रांच ने इस मामले में अमरावती के आरटीओ कार्यालय के तीन अधिकारी सहित 9 लोगों को अब तक गिरफ्तार किया जा चुका है।










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