महराजगंज से बड़ी खबर: जगपुर गांव के पश्चिम में रोहिन नदी का बांध टूटा, दहशत में दर्जनों गांवों के लोग, सिंचाई विभाग ने झाड़ा पल्ला, भगवान भरोसे ग्रामीण

डीएन संवाददाता

बाढ़ से जूझ रहे महराजगंज से एक बड़ी और परेशान करने वाली खबर है। यहां जगपुर गांव के पश्चिम में रोहिन नदी पर बना बांध टूट गया है, जिससे दर्जनों गांवों के लोगों में भारी दहशत है। बांधी का पानी खेतों में बहने लगा है, जिससे भारी मात्रा में फसल बर्बाद होने लगी है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज की पूरी रिपोर्ट

रोहन नदी पर बना बांध ध्वस्त
रोहन नदी पर बना बांध ध्वस्त


महराजगंज: बाढ़ से लड़ रहे उत्तर प्रदेश के महराजगंज जनपद से एक परेशान करने वाली खबर है। बाढ़ के संकट के बीच यहां जगपुर गांव के पश्चिम में रोहिन नदी पर बना बांध टूट गया है। बांध टूटने से कई गांवों के सामने नया संकट पैदा हो गया है। क्षेत्र के गांव पानी से घिर गये हैं और ग्रामीणों में भारी दहशत है। बरसात और बाढ़ को लेकर तैयारियों का ढोंग पीटने वाला सिंचाई विभाग अब जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ता नजर आ रहा है। प्रभावित ग्रामीण अब भगवान भरोसे ही है। बांध टूटने से क्षेत्र की सैकड़ों एकड़ फसल भी तबाह हो रही है। 

सदर विधानसभा के अंतिम छोर पर बसा जगपुर गांव के पश्चिम में रोहिन नदी का जर्जर बांध आज सुबह पानी के भारी दबाव के कारण टूट गया। बांध टूटने से पूरा गांव पानी से घिर गया है। बागापार-समरधीरा रोड पर भी पानी की तेज धारा बह रहा है। इस बाढ़ के पानी से जगपुर के साथ-साथ अवरहवा, पिपरहवा, जोगिया, पांचों पांडवा टोला के साथ-साथ लगभग दर्जन भर से ज्यादा गाँव चपेट में आ गए है और लगातार खतरा बढ़ता जा रहा है।

हैरान करने वाली बात हैं वह यह है कि सिंचाई विभाग के अफसरों ने इस घटना से अपना पल्ला झाड़ते हुए हाथ खड़े कर लिये हैं। अब रोहिन नदी के पानी से चपेट में आये लगभग दर्जन भर से ज्यादा ग्रामीणों की सुरक्षा भगवान भरोसे है।  

डाइनामाइट न्यूज़ ने सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता राजीव कपिल से जानकारी लेनी चाही तो उनका फोन नहीं उठा। क्षेत्र के जेई विनोद कुमार ने बताया कि इस बंधे का मरम्मत दो वर्ष पहले हुआ था। लेकिन उस बंधे से सिचाई विभाग का कोई लेना-देना नही हैं। नदी के बांध का मरम्मत मनरेगा द्वारा ग्रामीणों द्वारा मिट्टी से गांव को बचाने के लिए किया गया था। अब टूट गया इसमे सिंचाई विभाग कुछ नही कर सकता। 

एक तरफ जिले में नेपाल के पानी छोड़े जाने से लगातार बाढ़ से जैसे हालात बने हुए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि जिले के सभी अफसर अलर्ट पर हैं लेकिन सिचाई विभाग के अधिशासी अभियंता राजीव कपिल को इससे कोई लेना देना नही है। यह अपनी ही दुनिया में मसगूल रहते है और जरूरत के समय फोन नही उठाते है। 










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