महराजगंज का बुरा हाल.. टूटी पुलिया दे रही मौत को दावत, अफसर मौज काटने में जुटे
जनपद मुख्यालय के मऊपाकड़ से चौक बाजार की ओर जाने वाली सड़क गबडुआ के पास इन दिनों अपनी दुर्दशा पर आंसू बहाने को मजबूर है। मेन सड़क पर स्थित पुलिया के दोनों साइड के पैरापेटवाल टूट गये है और जिले के लुटेरे इंजीनियर दोनों हाथ से लुट में मस्त हैं। यहां आये दिन हादसे हो रहे हैं लेकिन इसकी किसी को परवाह नही है। एक्सक्लूसिव रिपोर्ट..
महराजगंज: जनपद मुख्यालय के मऊपाकड़ से चौक बाजार की ओर जाने वाली सड़क गबडुआ के पास इन दिनों अपनी दुर्दशा पर आंसू बहाने को मजबूर है। मेन सड़क पर स्थित पुलिया के दोनों साइड के पैरापेटवाल टूट गये है और जिले के लुटेरे इंजीनियर दोनों हाथ से लुट में मस्त हैं। यहां आये दिन हादसे हो रहे हैं लेकिन इसकी किसी को परवाह नही है। रात के अंधेरे में थोड़ी सी असावधानी हुई तो बड़ा हादसा हो सकता है। फिर भी प्रशासन मूकदर्शक बनकर तमाशा देख रहा है।
यह भी पढ़ें |
महराजगंज: प्रशासन और नेताओं की लगातार लापरवाही से दो खूबसूरत पार्कों ने तोड़ा दम
यह मुख्य मार्ग चौक बाजार को जोड़ता है, जहा प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ के गोरक्षनाथ पीठ का एक मठ स्थापित है। इस जिले का यह गोरखनाथ मन्दिर एक ऐतिहसिक दर्शनीय स्थल है। मठ के पीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री होने के बाद भी जिले के अधिकारियों में किसी तरह की इस क्षतिग्रस्त पुल की दीवार को सुदृढ़ कराने की सुगबुगाहट भी नही दिख रही है। जब अधिकारियों के नाक के नीचे का यह हाल है तो दूर दराज क्षेत्रों का क्या होगा इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है। समझ में नही आता कि अधिकारी इतने सुस्त क्यों है? हलाकि यह क्षतिग्रस्त पुलिया राहगीरों के लिये मौत का निमंत्रण बाट रहा है|
यह भी पढ़ें |
महराजगंजः मजबूर बाप अपनी 2 दिव्यांग बेटियों के सर्टिफिकेट के लिए भटकने को मजबूर
जिला पंचायत की पिछली बैठक में उठ चुका है क्षतिग्रस्त पुलिया का मुद्दा
चौक मार्ग स्थित इस क्षतिग्रस्त पुलिया का मुद्दा पिछले जिला पंचायत की बैठक में भी उठ चुका है, लेकिन अधिकारियों ने सांत्वना देकर मामले को ठन्डे बस्ते में डाल दिया। इस पुलिया की दीवार को ढहे साल होने को है, लेकिन अभी तक इसका निर्माण नही हुआ। समझ में नही आता है कि ये अधिकारी अब जिला पंचायत के प्रतिनिधियों को नकारने का कार्य कर रहे है, जो कि एक तरह से लोकतंत्र के साथ खिलवाड़ है।