महराजगंज में निचलौल रेंजर ने खुद की गर्दन बचाने के लिए.. मछुआरों पर गिराई गाज

डीएन संवाददाता

महराजगंज जनपद में डाइनामाइट न्यूज पर वायरल आडियो के बाद में खुद को घिरता हुआ देखकर निचलौल रेंजर ने मछुआरों पर गाज गिरा दी। डाइनामाइट न्यूज की रिपोर्ट में पढ़ें आखिर किसको बचाने में लगी वन विभाग की टीम..



महराजगंज: निचलौल वन विभाग के रेंजर अशोक चंद्रा वक्त सुर्खियों में आ गए जब मछुआरों को अवैध तरीके से मछली पकड़ने का ठेका करने की वार्ता का ऑडियो वायरल हो गया। मामला बढ़ता देख डीएफओ ने जाँच के आदेश दे दिए।

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जिस रेंजर अफसर का आडियो वायरल हुआ अब वही रेंज अफसर कार्यवाही करने में लगे हुए हैं। वही जिसका खुद का ऑडियो सोशल मीडिया में वायरल है जो खुद पूरे घटनाक्रम में संदेह के घेरे में है वही घटना की अनावरण की कार्यवाही में लगा हुआ है तो प्रतीत होता है कि वन विभाग को वास्तव में किसी प्रकार का भय नही रह गया है। आडियो वास्तव में उसी अधिकारी का है या नही यह तो जांच का विषय है पर जिस अधिकारी पर उसी घटना में सम्मिलित होने का संदेह है उसे ही जांच करने देना क्या साबित करता है?

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कहीं ऐसा तो नही विभाग खुद ही पूरे घटनाक्रम को लीपा पोती करने में लग गया है। सारे मामले में नजर दौड़ाई जाए तो यह क्यों नही माना जा सकता है कि जनपद के वन विभाग पूरे प्रकरण को दबाने और अपने रेंजर को बचाने और मछुआरों पर गाज गिरा कर पूरे घटनाक्रम की इतिश्री करने में लगा है। वहीँ कुछ स्थानीय पत्रकारों ने बताया कि कुछ तथाकथित पत्रकार इस पूरे मामले को जानते हुए भी रेंजर को बचाने का प्रयास कर रहे हैं।

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डीएफ़ओ मनीष सिंह ने बताया कि उक्त प्रकरण में निचलौल एसडीओ घनश्याम राय को जाँच सौपीं गयी है, जबकि घनश्याम ने इन सारे मामले से किनारा करते हुए कहा कि मुझे किसी प्रकार की कोई जाँच या आदेश नही दिया गया है।
 










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