चिलचिलाती गर्मी में चुनावी तपिश भी चरम पर.. चाय की चुस्कियों और पान की गिलौरी के बीच लगाए जा रहे हार-जीत के कयास, अंतिम चरण में होना है मतदान

डीएन ब्यूरो

उम्‍मदवारों के नामांकन के बाद जिले में लोकसभा चुनाव 2019 को लेकर चुनावी सरगर्मियां तेज हो गई हैं। नुक्‍कड़ों और चौराहों पर चाय-पान की दुकानों पर जीत हार के दावे किए जाने लगे हैं। चाय की चुस्कि‍यों में लोग एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप की झड़ी लगा रहे हैं।



महराजगंज: लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण में जिले में चुनाव होना है। ऐसे में नामांकन के बाद अब जिले में चुनावी सरगर्मियां प्रचण्ड गर्मी के साथ तेज होती जा रही हैं। लोग चाय की चुस्कि‍यों के साथ अपने-अपने प्रत्याशियों की जीत के दावे कर रहे हैं। एक चाय की दुकान पर कुछ क्षण का नजारा देखने लायक था। 

यह भी पढ़ें: ओमप्रकाश राजभर का दावा.. दे चुका हूं मंत्रिमंडल से इस्‍तीफा स्‍वीकार करना भाजपा का काम, चुनाव आयोग से शिकायत

संयोग से डाइनामाइट न्यूज की टीम भी वहां मौजूद थी। लोग आपस में चुनावी चर्चा कर रहे थे। महाराजगंज से निचलौल मार्ग को लेकर बहस छिड़ी हुई थी। कुछ लोग इस सड़क का निर्माण पूर्व सरकार की देन बता रहे थे तो कुछ इसे वर्तमान सरकार की पहल बता रहे थे। 

यह भी पढ़ें: पश्चिम बंगाल के बैरकपुर में भिड़े टीएमसी-भाजपा कार्यकर्ता, पुलवामा में ग्रेनेड से हमला और बिहार के सारण में ईवीएम तोड़ी

हकीकत जो भी हो लेकिन आज जनता इस नवनिर्मित सड़क का लाभ उठा रही है। बहस के दौरान मुख्य मुकाबला सत्ताधारी पार्टी और गठबंधन के बीच बताया जा रहा था। कुछ लोग कांग्रेस को भी कम नहीं आंक रहे थे।

यह भी पढ़ें: महराजगंज के सरकारी दफ्तरों की धूल भरी फाइलों में होता रहा विकास, 'माननीयों' से चुनाव दर चुनाव छले जाते रहे सिसवा के मतदाता

भाजपा समर्थक वर्तमान सांसद और वर्तमान पार्टी प्रत्याशी से असंतुष्ट तो दिख रहे थे लेकिन मोदी पर विश्वास जता रहे थे। जबकि गठबंधन प्रत्याशी और मुखिया से लोग संतुष्ट दिख रहे थे। कांग्रेस के प्रत्याशी की तरफ भी चर्चा में झुकाव दिख रहा था।

यह भी पढ़ें: स्‍मृति ईरानी ने लगाया राहुल गांधी पर आरोप- अमेठी में करवा रहे हैं बूथ कैप्चरिंग










संबंधित समाचार