

यूपी के फरेंदा तहसील के विभिन्न कार्यालयों में प्राइवेट कर्मियों के दबदबा व मनमानी से आम लोग परेशान हैं। पढ़ें डाइनामाइट न्यूज की पूरी रिपोर्ट
फरेंदा (महराजगंज): फरेंदा (Farenda) तहसील के विभिन्न कार्यालयों में प्राइवेट कर्मियों ( Private Employees) के दबदबा व मनमानी से आम लोग परेशान हैं। अधिकारी सब कुछ जानकर भी अनजान बने हुए हैं।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार फरेंदा तहसील (Pharenda Tehsil) कार्यालयों में सरकारी कर्मचारियों के अलावा बड़ी संख्या में प्राइवेट व्यक्तियों को काम करने के लिए रखा गया है। उन्हें स्थानीय भाषा में नाजायज या खानगी कर्मचारी (illegitimate or Khanagi workers) कहा जाता है, जो बिना सरकारी मानदेय या मजदूरी के काम करते हैं। बदले में उन्हें पब्लिक से मनमानी वसूली की छूट संबंधित अधिकारी के अलावा अलहमदों ने दे रखा है।
बोले पीड़ित
पीड़ित लोग बताते हैं कि तहसील के किसी भी कार्यालय में बिना पैसा लिए कोई भी कार्य नहीं हो रहा है। न तो किसी कार्यालय में कोई अनुशासन है, न कोई समय सारणी है और न ही कोई नियम-कानून। अगर आप इन प्राइवेट कर्मचारियों को मुंहमांगे पैसा दे देंगे तो कोई भी सरकारी रिकार्ड या कागजात आप को घर ले जाने या फोटो स्टेट कराने के लिए दे देंगे।