लखनऊ: STF ने अधिकारी बन ठगी करने वाले गिरोह का किया भंडाफोड़, 3 गिरफ्तार

यूपी एसटीएफ ने बुधवार को आला अधिकारी बनकर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 4 December 2024, 5:09 PM IST
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लखनऊ: एसटीएफ ने मंगलवार को सीबीआई, नारकोटिक्स, क्राइम ब्रांच विभाग के अधिकारी बनकर ठगी करने वाले संगठित गिरोह का खुलाशा किया है। एसटीएफ ने गैंग के 3 सक्रिय सदस्यों को लखनऊ से गिरफ्तार किया है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार गिरोह के सदस्यों की पहचान श्याम 27 वर्ष पुत्र श्री जयसिंह निवासी इन्क्लेव मोहन गार्डेन उत्तम नगर थाना रनहौला नई दिल्ली,  हर्षल 33 वर्ष पुत्र स्व0 अनिल कुमार निवासी 10/115 विश्वास नगर थाना विवेक विहार शाहदरा दिल्ली, पुनीत शर्मा उर्फ गगन 25 वर्ष पुत्र यतेन्द्र शर्मा निवासी कश्यप मुहल्ला गांधीनगर थाना गांधीनगर दिल्ली के रुप में हुई है। 

एसटीएफ ने आरोपियों के कब्जे से 3 मोबाइल फोन, 1 आधार कार्ड, 6 क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड, 111 पेज व्ट्सएप स्क्रीनशाट जिनमें ठगी में प्रयोग किये गये बैंक खातें की किट से सम्बन्धित जानकारी है और 380 रुपए नकद बरामद किया है। 

एसटीएफ ने आरोपियों की गिरफ्तारी मंगलवार को आगरा एक्सप्रेस- वे से लखनऊ की तरफ उतरने वाली सड़क की दाहिनी पटरी पुल के नीच से की है।  

जानकारी के अनुसार एसटीएफ को काफी समय से सीबीआई, नारकोटिक्स, क्राइम ब्रांच विभाग के नकली अधिकारी बनकर ठगने की सूचना मिल रही थी। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने जाल बिछाया और  तीनों अभियुक्तों को लखनऊ से गिरफ्तार किया है। 

गिरफ्तार अभियुक्त श्याम ने पूछताछ में बताया कि फरवरी 2024 में टेलीग्राम ग्रुप के माध्यम से उसका सम्पर्क करन उर्फ नागेश से हुआ था। करन उर्फ नागेश ने व्हाटसअप काल के माध्यम से गेमिंग, स्केमिंग, मिक्सिंग व स्टाक पर काम करने के बारे में बताया था कि गेमिंग पर 02 प्रतिशत, स्टाक पर 05 प्रतिशत, मिक्सिंग पर 10 प्रतिशत व स्केमिंग में 30 प्रतिशत का कमीशन मिलेगा। 

गिरफ्तार अभियुक्त हर्षल व गगन ने श्याम की बातों का समर्थन करते हुए बताया कि डिजिटल अरेस्ट के क्राइम में कार्पोरट एकाउंट होल्डर उसके बाद फील्ड से एकाउंट की किट लेन , बैंक एकाउंट की किट के डिजिटल अरेस्ट कर ठगी की जाती है।

पुलिस ने बताया कि तीनों आरोपियों पर संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर दिया है। तीनों अभियुक्तों से बरामद उपकरणों फौरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है। पुलिस आगे की जांच कर रही है।