बड़ी चेतावनी, ऐसे ही रहे हालात तो जल संकट से जूझेगा देश

ग्लोबल ग्रींस समेत 50 सामाजिक संगठनों ने देश में लगातार गिरते भूजल स्तर पर गहरी चिंता जताते हुए देश की जनता को इसके भयंकर दुष्परिणामों के प्रति आगाह किया है। उत्तर प्रदेश समेत देश के कई राज्यों में गिरता भू-जल स्तर गंभीर स्थिति में पहुंच गया है।

Updated : 18 November 2017, 4:14 PM IST
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लखनऊ: देश में गिरते भू-जल स्तर को लेकर समाज सेवी संस्था ग्लोबल ग्रींस समेत 50 सामाजिक संगठनों ने बड़ी चिंता जतायी है। इन संगठनों का मांग की है कि सरकार इस दिशा में सख्त कदम उठाये और देश की जनता 'रूफ टॉप रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम' अपनाये। ग्लोबल ग्रींस का कहना है कि आज जिस गति से भूजल का दोहन हो रहा है, उससे आने वाले 10 सालों में देश के कई हिस्सों में भारी जल संकट का सामना लोगों को करना पड़ेगा। 

 

प्रेस क्लब में मीडिया से बात करते संगठन के पदाधिकारी

 

सरकार उठाये सख्त कदम

राजधानी स्थित प्रेस क्लब में मीडिया से बात करते हुए ग्लोबल ग्रींस एनजीओ के अध्यक्ष मनोज श्रीवास्तव ने कहा कि आज देश के बड़े शहरों में हर साल 70 से 80 सेंटीमीटर भूगर्भ जल स्तर कम हो रहा है। जोकि एक बड़ी चिंता की बात है। उन्होनें इसको रोकने के लिए सरकार से सख्त कदम उठाने की मांग की। श्रीवास्तव ने भूगर्भ जल के लगातार गिरते स्तर को रोकने के लिए लोगों से 'रूफ टॉप रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम' अपनाने की अपील की।

अपनायें रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम

श्रीवास्तव ने कहा कि देश के कई राज्यों में 300 वर्ग मीटर या उससे अधिक के निर्माण पर 'रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम' लगाने को अनिवार्य कर दिया गया है। उन्होंने जनता से इसके जरिये वर्षा जल संचयन करने की अपील की। 'रूफ टॉप रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम' एक ऐसी प्रणाली है, जिसके तहत वर्षा के जल को छोटे-छोटे जलाशयों में संरक्षित किया जाता है औऱ जल रिसकर भूगर्भ के अंदर पहुंच जाता है।
 

Published : 
  • 18 November 2017, 4:14 PM IST

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