लखनऊ: दलालों का निशाना बनी ‘मां की कोख’

डीएन संवाददाता

लखनऊ में दलालों ने मां की कोख भी नहीं छोड़ी। गरीब महिलाओं से किराए पर कोख खरीदने का मामला सामने आया है। जानिए पूरी खबर..

श्रोत: इंटरनेट
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लखनऊ: कहते हैं कि मां बनना एक अनोखा एहसास होता है। एक ऐसा एहसास जिसे सिर्फ एक महिला ही समझ सकती है और हर महिला इस सपने को संजोती है कि वह शिशु को जन्म दे। लेकिन मां बनने का ये एहसास अब रूपयों में तोला जा रहा है। ऐसा सुनना आपके लिए अजीब होगा लेकिन ये सच है। उत्तर प्रदेश की राजधानी में दलालों ने मां की कोख भी नहीं छोड़ी। वैज्ञानिक भाषा में कहे जाने वाले शब्द सरोगेसी को दलालों ने अपनी आय का जरिया बना लिया है। जी हां, अस्पतालों में सक्रिय दलाल गरीब महिलाओं को गर्भधारण करने के लिए रूपए का झांसा देकर चंगुल में फंसा रहे हैं।

'कोख' की दलाली

दलालों और अस्पताल के बुरे रवैये से परेशान होकर महिला ने इस मामले का खुलासा किया है। तेलीबाग स्थित एक निजी अस्पताल में गैर कानूनी रूप से किराए पर गरीब महिलाओं की कोख खरीदने का धंधा करने का मामला सामने आया है। सीतापुर की रहने वाली 30 वर्षीय महिला ने आरोप लगाया कि एक महिला ने उसे दूसरे के बच्चे के लिए गर्भधारण करने और उसके बदले में दो लाख रूपए देने का वादा किया। आर्थिक रूप से कमजोर महिला जब दो बार गर्भधारण करने में असफल रही तो दलाल, महिला से ही पैसे मांगने लगे। इस बाबत महिला ने इस मामले का पर्दाफाश किया।

सीएमओ डॉ. जीएस बाजपेयी ने कहा कि ऐसा कोई मामला उनकी जानकारी में नहीं है। यदि पीड़ित शिकायत करता है तो इसकी जांच होगी। अस्पताल में यदि नियमों के विरुद्ध कार्य किया जा रहा होगा तो कार्रवाई भी होगी।

गरीब महिला से मांगे रूपए

महिला ने आरोप लगाया कि गुस्साए अस्पताल संचालक ने इलाज पर खर्च करीब 40 हजार रुपये की मांग की। महिला ने पैसे लौटाने में असमर्थता जाहिर की। ऐसे में महिला व पति की पिटाई की गई। पीड़ित ने पीजीआइ थाने में मामले की शिकायत की है।

एसओ पीजीआइ के बृजेश कुमार राय ने कहा कि शिकायत आई है, जिसमें महिला ने किराए पर कोख दी थी लेकिन गर्भधारण न कर पाने की वजह से प्रक्रिया का खर्च मांगा जा रहा है। पैसा न देने पर उसे मारा पीटा गया है। मामले की जांच की जा रही है।










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