UP Assembly By-Polls: यूपी विधानसभा उपचुनाव के टिकटों के लिये भाजपा ने बनाई यह रणनीति

डीएन ब्यूरो

उत्तर प्रदेश की सात विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनावों के टिकट के लिये भाजपा में जोरदार मंथन चल रहा है। डाइनामाइट न्यूज की इस रिपोर्ट में जानिये उपचुनाव संबंधी ताजा अपडेट..

फाइल फोटो
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लखनऊ: उत्तर प्रदेश की सात विधानसभा सीटों के लिये होने वाले उपचुनाव के लिये नामांकन प्रक्रिया आज शुक्रवार से शुरू हो गयी है। हर राजनीतिक पार्टी इन चुनावों में हर हाल में जिताऊ और टिकाऊ उम्मीदवार उतारना चाहती है। हर कोई राजनीतिक दल हर हाल में इन सात सीटों को जीतने की रणनीति बनाने में जुटी है।

यूपी में सत्ताधारी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) भी इन चुनावों में उम्मीदवारों के चयन को लेकर गहन मंधन में जुटी हुई है। भाजपा द्वारा इसके लिये व्यापक रणनीति तैयार की जा रही है। हर संभावति उम्मीदवार के दम-खम को लेकर प्रदेश के अलावा केंद्रीय स्तर पर भी मंथन किया जा रहा है। इसके लिये लखनऊ से लेकर दिल्ली में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की बैठकें जारी है। 

यूपी उप चुनाव में टिकटों के बंटवारे को लेकर भाजपा द्वारा प्रत्येक सीट के लिये दो या तीन संभावित नामों का चयन किया जा रहा है। इसके लिये बकायदा पार्टी द्वारा एक पैनल भी तैयार किया जा रहा है। इस पैनल की अनुशंसा के आधार पर चयनित उम्मीदवारों के नामों को राष्ट्रीय नेतृत्व को भेजा जा रहा है, जो इन संभावित प्रत्याशियों की नाप-तोल में जुटा हुआ है।

इसके लिये गुरूवार को भी दिल्ली में एक बैठक का आयोजन किया गया लेकिन अभी तक किसी भी नाम पर अंतिम मुहर नहीं लगाई जा सकी है। केंद्रीय नेतृत्व को संभावित उम्मीदवारों का नाम भेजने के लिए यूपी भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह को अधिकृत किया गया। 

कुल मिलाकर उत्तर प्रदेश की सात सीटों पर होने वाले उपचुनावों में किस-किस उम्मीदवार को टिकट दिया जायेगा, इस फैसले पर अंतिम मुहर दिल्ली में लगायी जायेगी। 

गुरूवार को यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी और स्वतंत्र देव सिंह की अध्यक्षता में भी टिकटों के बंटवारे और संभावित उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा के लिये एक बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें कई फैक्टर्स पर चर्चा की गयी लेकिन कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया जा सका।

सत्ताधारी दल भाजपा हर हाल यूपी उपचुनावों में बड़ी जीत दर्ज करने को आतुर है। उपचुनावों के नतीजों से हर पार्टी को नया बल और जोश मिलेगा। यही कारण है कि भाजपा इस चुनाव को भी बड़ी गंभीरता से रही है और इसके लिये कोई कमी-कसर नहीं छोड़ना चाहती। समझा जाता है कि उपचुनाव के लिये नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तिथि यानि 16 अक्तूबर से ठीक एकाध दिन पहले भाजपा अपने उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर सकती है। 
 










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